उत्तर प्रदेश में पोलियो टीकाकरण के लिए गई थी टीम, लोगों ने NPR-NRC वाला समझ कर पीट डाला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 27, 2020 08:36 AM2020-01-27T08:36:57+5:302020-01-27T08:37:19+5:30
पुलिस ने कहा कि दोनों लोग बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने गए थे। अली बाग कॉलोनी में उन्हें कुछ लोगों ने रोक लिया और उनसे उनके ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी। आरोप लगाया कि वे लोग एनआरसी के लिए डेटा एकत्र रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में नेशनल पोलियो पिलाने गई टीम के लोगों के स्थानीय लोगों ने पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) व एनआरसी वाला समझकर पकड़ लिया। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक लोगों ने उनकी पिटाई भी की। इसके बाद सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर पुलिस द्वारा टीम को बचाया गया।
Meerut: Dr. Rajkumar, Chief Medical Officer, says,“Y'day our team went for polio vaccination camp&asked locals certain details about their children,as part of polio survey. Locals suspected that questions were being asked for NPR enumeration and misbehaved with the team.” (25.01) pic.twitter.com/CasIHUbBCk
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2020
पुलिस ने कहा कि दोनों लोग बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने गए थे। अली बाग कॉलोनी में उन्हें कुछ लोगों ने रोक लिया और उनसे उनके ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी। आरोप लगाया कि वे लोग एनआरसी के लिए डेटा एकत्र रहे हैं।
A polio vaccination team was thrashed&held hostage allegedly after locals mistook it for National Population Register (NPR) enumerators in Meerut. The team was rescued by police later. (25.01.2020) pic.twitter.com/hfTDRZWBjP
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2020
इस मामले में पुलिस ने कहा कि दोनों लोग बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने गए थे। जब वे अली बाग कॉलोनी पहुंचे तो उन्हें कुछ लोगों ने रोक लिया। उन्होंने सबसे पहले उनके ठिकाने के बारे में पूछा और आरोप लगाया कि वे लोग एनआरसी के लिए डेटा एकत्र रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि आईपीसी की धारा 354, 342 और 390 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। कहा, “हमने पांच व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। इनमें दो नामजद हैं। पांचों आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है।
मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजकुमार कहते हैं, ''रविवार को हमारी टीम पोलियो टीकाकरण शिविर के लिए गई थी और स्थानीय लोगों से पोलियो सर्वेक्षण के हिस्से के रूप में अपने बच्चों के बारे में कुछ जानकारी मांगी थी। स्थानीय लोगों को संदेह था कि NPR गणना के लिए सवाल पूछे जा रहे थे और टीम के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। ”