बक्सरः PLFI सदस्यों के मोबाइल से बड़ा खुलासा, संगठन का संपर्क चीन और पाकिस्तान से, कई राज उगले
By एस पी सिन्हा | Published: January 12, 2022 08:34 PM2022-01-12T20:34:57+5:302022-01-12T20:36:02+5:30
पुलिस सूत्रों के अनुसार जब्त मोबाइल से इस बात का खुलासा हुआ है कि दिनेश गोप तक हथियार उसका खास सहयोगी निवेश कुमार पहुंचा रहा है.
पटनाः बिहार में बक्सर से गिरफ्तार किए गए नक्सली निवेश कुमार के पास से जब्त मोबाइल से उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का चीन और पाकिस्तान कनेक्शन होने का पर्दाफाश हुआ है. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को पाकिस्तान और चीन जैसे देशों से हथियार मिल रहे हैं.
जब्त मोबाइल में पाकिस्तान के किसी व्यक्ति के साथ व्हाट्सएप चैटिंग के अलावा वीडियो चैटिंग पर बात की गई है. ऐसे में पुलिस को यह आशंका है कि आंतकी संगठनों और दूसरे राष्ट्र विरोधी संगठनों से भी संपर्क हो सकता है. हालांकि, पुलिस ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. पुलिस सूत्रों के अनुसार जब्त मोबाइल से इस बात का खुलासा हुआ है कि दिनेश गोप तक हथियार उसका खास सहयोगी निवेश कुमार पहुंचा रहा है. इसके साथ ही पुलिस को निवेश के मोबाइल से कई अहम जानकारियां मिली हैं. व्हाट्सएप में हथियार की तस्वीरें भी है.
इससे यह साफ हो रहा है कि विदेशी हथियार निवेश खरीदता है और उसे पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को देता है. हथियार की खरीदारी दिनेश गोप के लेवी के पैसे से ही की गई है. वीडियो चैट में पाकिस्तान के जिस व्यक्ति से बात की गई है उसने पगड़ी बांधी है और दाढ़ी बढ़ाई हुई है. वहीं दिनेश गोप के खास सहयोगी निवेश के मोबाइल से स्विस राइफल सहित दर्जनों हथियारों की तस्वीरें मिली हैं.
उनमें से एक के 47 और मोर्टार जैसे हथियार पीएलएफआइ तक पहुंचा भी दिए गए हैं. पुलिस को पहले भी सूचना मिली थी कि निवेश के जरिए दिनेश गोप ने विदेशी हथियार मंगवाए हैं. वहीं, तस्वीर के आधार पर रांची पुलिस स्विस राइफल सहित दूसरे हथियार की तलाश में जुटी हुई है. रांची पुलिस अब इस बात की तह तक जाने में जुट गई है.
यहा बता दें कि पीएलएफआई के लिए काम कर रहे निवेश कुमार, शुभम कुमार, ध्रुव कुमार और एक महिला अंजलि कुमारी को बक्सर में सोमवार की रात को गिरफ्तार किया था. अंजलि कुमारी निवेश की महिला मित्र है. सभी एक कार में दिल्ली से आ रहे थे.
पुलिस ने आरोपियों से 12 लाख नगद के अलावा एक कार व 14 मोबाइल फोन बरामद किया था. इसके बाद बक्सर पुलिस ने रांची पुलिस को इस बात की सूचना दी थी. वहीं, रांची पुलिस ने सभी को बक्सर कोर्ट में पेश करने बाद रांची ले गई है.