बुलंदशहर हिंसा: आरोपी ने पूछताछ में कबूला गुनाह, इंस्पेक्टर सुबोध की दर्दनाक मौत, पहले कुल्हाड़ी से वार फिर काटी उंगली
By पल्लवी कुमारी | Published: December 28, 2018 09:10 PM2018-12-28T21:10:11+5:302018-12-28T21:10:11+5:30
Bulandshahr Violence: तीन दिसंबर, 2018 को बुलंदशहर में एक आक्रोशित भीड़ द्वारा किए गए हमले में पुलिस निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह और एक स्थानीय युवक की मृत्यु हो गई थी।
बुलंदशहर में हिंसा के तकरीबन तीन हफ्तों बाद उत्तर प्रदेश की पुलिस ने इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हुई हत्या के मामले में मुख्य आरोपी प्रशांत नट को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बुलन्दशहर प्रभाकर चौधरी ने बृहस्पतिवार को नट की गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने यह भी बताया कि नट ने ही सिंह की हत्या की थी और उससे इस मामले में पूछताछ की जा रही है। हालांकि, हत्या में इस्तेमाल किया गया रिवाल्वर अभी बरामद नहीं हो पाया है।
ऐसे की गई सुबोध कुमार सिंह की हत्या
वेवसाइट एनडीटीवी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी प्रशांत नट ने पुलिस पूछताछ में जो खुलासे किए हैं, वो काफी चौंकाने वाले हैं। पुलिस पूछताछ में प्रशांत नट ने इस बात पर तो हामी भर दी है कि उसने सुबोध कुमार सिंह पर गोली चलाई थी। लेकिन चौंकाने वाली बात ये सामने आई है कि गोली मारने से पहले सुबोध कुमार सिंह पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया था। इतना ही नहीं सुबोध कुमार को जलाने की भी कोशिश की गई थी।
एनडीटीवी के रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को उन्हीं की लाइसेंसी रिवॉल्वर छीन कर गोली मारी गई थी। इतना ही नहीं, गोली मारने से पहले कलुआ नाम के एक और आरोपी ने कुल्हाड़ी से सुबोध सिंह के सिर पर वार किया था। साथ ही उसने सुबोध सिंह का अंगुठा भी काटा दिया था। हालांकि अभी भी इस मामले पर पूछताछ जारी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बुलन्दशहर प्रभाकर चौधरी ने यह भी बताया कि इंस्पेक्टर ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी, जिसमें सुमित नाम के युवक की मौत हो गई थी। उसकी उम्र 20 साल के करीब थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार 'वीडियो फुटेज’ और कुछ लोगों की गवाही के आधार पर इंस्पेक्टर की हत्या में नट को संदिग्ध पाया गया। गौरतलब है कि बुलंदशहर में भीड़ के हमले में इंस्पेक्टर सुबोध के अलावा एक अन्य युवक की मौत हो गई थी।
23 लोगों के खिलाफ पुलिस ने जारी किया था नोटिस
बुलंदशहर हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर और एक युवक की हत्या मामले में पुलिस ने 23 फरार आरोपियों के खिलाफ कोर्ट का नोटिस जारी किया था। इनमें बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज और क्षेत्रीय बीजेपी नेता का नाम भी शामिल है। नोटिस में सभी को भगोड़ा घोषित किया गया है और एक महीने के अंदर सरेंडर ना करने पर संपत्ति कुर्क किए जाने की चेतावनी दी गई है।
क्या था मामला
गत तीन दिसंबर को स्याना कोतवाली क्षेत्र के चिंगरावठी इलाके में कथित गोकशी के मामले को लेकर भीड़ से संघर्ष में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह शहीद हो गए थे। इसके अलावा सुमित नामक एक युवक की भी मृत्यु हो गई थी। इस मामले में जितेंद्र समेत 27 नामजद तथा 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) इस मामले की जांच कर रही है और अभी तक 17 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के घर में छापेमारी की जा रही है और उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है।