बीपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले में ईओयू ने किया एक केंद्राधीक्षक को गिरफ्तार, अब तक 15 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
By एस पी सिन्हा | Published: June 24, 2022 07:14 PM2022-06-24T19:14:18+5:302022-06-24T19:19:27+5:30
शक्ति कुमार ने आर्थिक अपराध इकाई के समक्ष कबूल किया है कि डॉक्यूमेंट स्कैनर मोबाइल ऐप के जरिए सेट सी के पेपर को स्कैन किया था और उसे कपिलदेव नाम के व्यक्ति को वॉट्सऐप किया था।
पटना: बीपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने एक शख्स को गया से गिरफ्तार किया है। टीम ने जांच के दौरान गया के डेल्हा स्थित रामशरण सिंह इवनिंग कॉलेज के केंद्राधीक्षक शक्ति कुमार को गिरफ्तार किया है। बीपीएससी के 67वें परीक्षा के दौरान शक्ति कुमार गया के डेल्हा में स्थित राम शरण सिंह कॉलेज के केंद्राधीक्षक थे।
शक्ति कुमार ने आर्थिक अपराध इकाई के समक्ष कबूल किया है कि डॉक्यूमेंट स्कैनर मोबाइल ऐप के जरिए सेट सी के पेपर को स्कैन किया था और उसे कपिलदेव नाम के व्यक्ति को वॉट्सऐप किया था। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार शक्ति कुमार डेल्हा में किराए के मकान में चलने वाले रामशरण सिंह इवनिंग कॉलेज का प्राचार्य है। इस कॉलेज की मान्यता साल 2018 में समाप्त हो चुकी है। बावजूद यहां विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं का सेंटर पड़ता रहा है।
बीते 8 जून को बीपीएससी द्वारा आयोजित 67वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का सेंटर इस कॉलेज में पड़ा था। टीम ने जांच के दौरान इस कॉलेज में छापेमारी कर कई दस्तावेजों को बरामद किया है। फिलहाल आर्थिक अपराध इकाई की टीम गिरफ्तार शक्ति कुमार से पूछताछ में जुटी है। इससे पहले बीडीओ जयवर्धन गुप्ता, सॉल्वर अमित कुमार सिंह और राजस्व पदाधिकारी राहुल कुमार सिंह कुछ हाईप्रोफाइल गिरफ्तारियां भी हुई हैं। इस तरह से पेपर लीक मामले में टीम अबतक 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
बता दें कि 8 मई को आयोजित हुई बीपीएससी की 67वीं पीटी परीक्षा का वायरल प्रश्नपत्र बीपीएससी कार्यालय को परीक्षा शुरू होने से करीब 17 मिनट पहले मिल चुका था। दोपहर करीब 12 बजे परीक्षा शुरू होने के ठीक तीन मिनट बाद इसकी पुष्टि हो गई थी कि वायरल प्रश्नपत्र सही है। पांच घंटे बाद ही परीक्षा रद्द कर दी गई।
इस मामले की जांच करने के लिए एक स्पेशल कमेटी का गठन किया गया। ईओयू की 14 सदस्यों की विशेष टीम बीपीएससी पेपर लीक कांड की जांच में जुटी हुई है। इओयू ने एसपी सुशील कुमार के नेतृत्व में एसआईटी बनाई है।