'बॉयज लॉकर रूम' केस में बड़ा खुलासा, लड़की ने 'सिद्धार्थ' नाम से फर्जी आईडी बनाकर की थी अपने ही गैंगरेप की बात
By पल्लवी कुमारी | Published: May 11, 2020 08:56 AM2020-05-11T08:56:14+5:302020-05-11T08:56:14+5:30
'''बॉयज लॉकर रूम'' नामक इस ग्रुप का इस्तेमाल अश्लील संदेशों तथा बच्चियों की छेड़छाड़ से तैयार की गई तस्वीरें सोशल मीडिया साइट पर शेयर करने के लिए किया जाता था। इंस्टाग्राम के अनुसार, बच्चियों की तस्वीरों वाली आपत्तिजनक सामग्री, जानकारी मिलने के तत्काल बाद प्लेटफार्म से हटा दी गई थी।
नई दिल्ली: दिल्ली की साइबर क्राइम ने 'बॉयज लॉकर रूम केस में बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि जिस 'बॉयज लॉकर रूम' ग्रुप को लेकर इतना विवाद हुआ, जिसमें नाबालिग लड़कियों की गैंगरेप की बात चल रही थी, वह गलत निकली। दिल्ली की साइबर सेल ने साफ किया है कि जिस गैंगरेप चैट को लेकर इतमा हंगामा हुआ वह चैट किसी लड़के ने की ही नहीं है। साइबर क्राइम के पुलिस उपायुक्त अनीश रॉय के मुताबिक, ''लड़की ने रियलटी चेक करने के लिए सिद्धार्थ नाम से फेक प्रोफाइल बनाकर स्नैपचैट पर लड़कों के बीच एंट्री की थी और लड़कों को रेप और दुष्कर्म जैसे अपराध का आइडिया दिया था।''
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर क्राइम के पुलिस उपायुक्त अनीश रॉय ने कहा, लड़की ने स्नैपचैट पर लड़कों की नीयत और नजरिया जानने के लिए एक फेक अकाउंट बनाया था। वह लड़कों की प्रतिक्रिया देखना चाहती थी कि अगर उन्हें कोई रेप या यौन शोषण जैसी अपराध का आइडिया देता है तो वह क्या कहते हैं। इसलिए लड़की ने 'सिद्धार्थ' नाम से फर्जी आईडी बनाई। उस फर्जी अकाउंट के सहारे लड़की ने एक-एक कर सारे लड़कों से बात की और उन्हें रेप का आइडिया दिया।
पुलिस ने यह भी बताया कि ये चैट मार्च महीने की है, जो सिर्फ दो लोगों के बीच हुई थी। यह बातचीत किसी ग्रुप में नहीं की गई थी। गलती से यह स्क्रीनशॉट 'बॉयज लॉकर रूम' में की गई बातचीत के नाम से वायरल हो गया था।
जानें कैसे वायरल हो गया पोस्ट
पुलिस के मुताबिक, 'सिद्धार्थ' नाम से लड़की ने एक लड़के को अपने गैंगरेप की प्लानिंग सुझाई थी। लड़की ने फर्जी आईडी से जिस लड़के को मैसेज भेज वह भी नाबालिग है। फर्जी आईडी से सुझाए गए आइडिया में हिस्सा लेने से हालांकि लड़के ने मना कर दिया था और चैट को भी बंद कर दिया था। उस लड़के ने चैट का स्क्रीनशॉट अपने दोस्तों के ग्रुप में भेज दिया, जिसमें वह लड़की भी शामिल थी। लेकिन सिर्फ लड़की को ही पता था कि 'सिद्धार्थ' नाम का प्रोफाइल फर्जी है। दोस्तों में से एक ने स्क्रीनशॉट इंस्टाग्राम स्टोरी के तौर पर पोस्ट कर दिया जहां से यह सोशल मीडिया पर वह वायरल हो गया।
पुलिस ने बॉयज लॉकर रूम मामले में ग्रुप एडमिन और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है
पुलिस ने इस मामले में ग्रुप एडमिन को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने एक नाबालिग को भी पकड़ा है। उसके अलावा पुलिस उस ग्रुप के 24 सदस्यों, जिनमें 16 नाबालिग शामिल हैं, उनकी पहचान कर ली है। उनकी जांच की गई है, और उनके मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। उनमें से कई दिल्ली-एनसीआर के प्रतिष्ठित स्कूलों में पढ़ते हैं।