BJP सांसद ने दिया बड़ा बयान, PM से लेकर सरपंच तक देते हैं अपराधियों को संरक्षण, जानें विकास दुबे के बारे में क्या कहा
By अनुराग आनंद | Published: July 12, 2020 01:51 PM2020-07-12T13:51:20+5:302020-07-12T13:51:20+5:30
रीवा से बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा ने कहा कि दोष सिर्फ न्यायपालिका या किसी एक तंत्र में नहीं बल्कि हमारे पूरे समाजिक व्यवस्था में ही दोष है।
भोपाल: पिछले दिनों कानपुर शूटआउट मामले में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को एनकाउंटर में यूपी पुलिस ने मार गिराया। इस मामले में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगातार हो रहे हैं। इसी बीच बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा ने अपराधियों को लेकर बड़ा बयान दिया है।
आज तक की मानें तो मध्य प्रदेश के रीवा से बीजेपी सांसद ने कहा कि राजनेता ही अपराधियों को संरक्षण देते हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि पीएम से लेकर सरपंच तक अपराधियों को संरक्षण देने के लिए जिम्मेदार होते हैं। यही नहीं विकास दुबे के बारे में पूछे जाने पर भाजपा सांसद ने कहा कि यूपी पुलिस ने अच्छा किया कि विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया।
देश की राजनीतक व समाजिक व्यवस्था में दोष-
बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा ने कहा कि सभी राजनीतिक दल सरपंच, विधायक, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री हो या प्रधानमंत्री ये सभी लोग अपराधियों को टिकट देते हैं। यही नहीं पार्टी के टिकट पर जीतने के बाद बड़े नेता लोग इसका राजनीतिक फायदा लेते हैं।
बीजेपी सांसद यहीं नहीं थमे उन्होंने तो यहां तक कह डाला कि आपको जानकर आश्चर्य होगी कि सिर्फ नेता ही नहीं शिक्षव व यूनिवर्सिटी के कुलपति तक इन अपराधियों को संरक्षण देने का काम करते हैं। दोष सिर्फ न्यायपालिका या किसी एक तंत्र में नहीं बल्कि हमारे पूरे समाजिक व्यवस्था में हो दोष है।
पुलिस ने सुनाई विकास दुबे को मारने की कहानी
इधर, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया था कि मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने के मामले में मुख्य आरोपी विकास दुबे को उज्जैन मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उप्र पुलिस और एसटीएफ की टीम शुक्रवार सुबह उसे कानपुर नगर लेकर आ रही थी।
कानपुर नगर भौती के पास प्रात: करीब साढ़े छह बजे पुलिस का उक्त वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गया, जिससे उसमें बैठे अभियुक्त और पुलिसकर्मी घायल हो गए।'
उन्होंने कहा, 'इस दौरान अभियुक्त विकास दुबे ने घायल पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। पुलिस टीम द्वारा पीछा कर उसे घेर कर आत्मसर्मपण करने के लिए कहा गया, लेकिन जान से मारने की नियत से वह पुलिस टीम पर फायर करने लगा। पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की गई।
विकास दुबे घायल हो गया, जिसे तत्काल ही अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। इस पूरे प्रकरण में पुलिस के चार लोग घायल हैं जिसमें तीन सब इंस्पेक्टर व एक कांस्टेबल हैं तथा एसटीएफ के दो कमांडो को भी गंभीर चोटें आई हैं।'
उन्होंने बताया कि बिकरू पुलिस मुठभेड़ में कुल 21 अभियुक्त नामजद हैं जिसमें से तीन लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, छह अभियुक्त मारे जा चुके हैं और अब भी 12 इनामी बदमाश वांछित हैं।