बिहार: बेखौफ अपराधियों ने गोली मारकर की दरोगा और सिपाही की हत्या

By एस पी सिन्हा | Published: August 21, 2019 08:48 PM2019-08-21T20:48:29+5:302019-08-21T20:48:29+5:30

बिहार में अपराधियों का खौफ बढ़ता जा रहा है. मंगलवार की देर शाम सारण में अपराधियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम देते हुए दारोगा व सिपाही को गोलियों से छलनी कर दिया. इस घटना में दारोगा व एक सिपाही शहीद हो गए. जबकि एक सिपाही की स्थिती नाजूक बनी हुई है.

Bihar: sub inspector of police and a cop shot dead by criminals | बिहार: बेखौफ अपराधियों ने गोली मारकर की दरोगा और सिपाही की हत्या

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)

बिहार में अपराधियों का खौफ बढ़ता जा रहा है. मंगलवार की देर शाम सारण में अपराधियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम देते हुए दारोगा व सिपाही को गोलियों से छलनी कर दिया. इस घटना में दारोगा व एक सिपाही शहीद हो गए. जबकि एक सिपाही की स्थिती नाजूक बनी हुई है. इसमें छापेमारी करने गई एसआइटी टीम पर अपराधियों ने हमलाकर दिया. उसके बाद ताबडतोड फायरिंग कर दी. इस दौरान अपराधियों ने उनके हथियार भी लूट कर चलता बने. इस घटना में एक सिपाही जख्‍मी भी है, जिसे पटना के पीएमसीएच रेफर किया गया है.   

वहीं, इस घटना के बाद छपरा पहुंचे बिहार के डीजीपी ने आज मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने दी जाएगी. अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इससे पहल बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मुठभेड़ में शहीद दारोगा मिथिलेश कुमार साह तथा सिपाही मोहम्मद अफरोज को आज सलामी दी. डीजीपी पटना से छपरा के पुलिस लाइन पहुंचे और मुठभेड़ में शहीद हुए दोनों पुलिसकर्मियों को सलामी दी. डीजीपी के साथ सारण प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक विजय कुमार वर्मा, सारण के पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय समेत अन्य पुलिस कर्मियों ने शहीद पुलिसकर्मियों के पार्थिव शरीर पर पुष्प गुच्छ एवं माल्यार्पण कर अंतिम विदाई दी. 

यहां बता दें कि छपरा के मढौरा बाजार स्थित एलआइसी ऑफिस के सामने स्कॉर्पियो सवार अपराधियों ने एसआइटी (स्पेशल टास्क फोर्स) पर फायरिंग कर दी, जिसमें दारोगा मिथिलेश कुमार साह और हवलदार फारुख आलम शहीद हो गए. दारोगा और हवलदार को आधा दर्जन से अधिक गोलियां लगी हैं. गंभीर रूप से घायल सिपाही रजनीश कुमार को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच, पटना रेफर किया गया है.

शहीद दारोगा आरा तो शहीद सिपाही सहरसा के रहनेवाले थे. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बताया कि छपरा के गडखा थाना क्षेत्र में डकैती की घटना हुई थी, जिसकी जांच के लिए एसआइटी गठित की गई थी. यह टीम एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लौटी थी. इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए जा रही थी. उसी दौरान अपराधियों ने मढौरा में पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. सूत्रों के अनुसार अपराधी पहले से घात लगाए बैठे थे. मिथिलेश की पहचान जिले के तेजतर्रार दारोगा में थी. सीवान और सारण दोनों ही जिलों में उन्होंने अपराधियों के छक्के छुड़ाए थे.

एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार अपराधी दो स्कॉर्पियो पर सवार थे. एक गाड़ी पर सवार अपराधियों ने ओवरटेक कर पुलिस की बोलेरो को आगे से घेर फायरिंग शुरू कर दी. दूसरी स्कॉर्पियो पर सवार बदमाशों ने बोलेरो पर पीछे से फायरिंग की. दोनों स्कार्पियो मढौरा से छपरा की ओर आ रही थी. ऐसा अंदेशा है कि अपराधियों के एसआइटी के गतिविधियों की पूरी जानकारी थी.

शहीद दारोगा भोजपुर के पिरौंटा पंचायत के नागोपुर के रहनेवाले थे. इस समय उनका परिवार पुरानी पुलिस लाइन के पास रहता है, जबकि शहीद हवलदार फारूख आलम का पैतृक घर सहरसा जिले में है. डीआइजी विजय कुमार वर्मा के अनुसार करीब 10 मिनट तक अपराधी फायरिंग करते रहे. पुलिसकर्मी अभी पोजीशन भी नहीं ले पाए थे कि हमला हो गया. एसआइटी के दारोगा मिथिलेश कुमार नट गिरोह के निशाने पर थे. उनके द्वारा हाल के वर्षों में इस गिरोह के कई कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. इस घटना के बाद सारण और आसपास के जिलों की सीमा पर सघन चेकिंग शुरू कर दी गई है.

Web Title: Bihar: sub inspector of police and a cop shot dead by criminals

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