शराबबंदी सख्ती के बावजूद लोग बेधड़क पी रहे हैं शराब, पटना और खगड़िया में मामला, कोल्डड्रिंक एजेंसी में छापेमारी, 7 अरेस्ट
By एस पी सिन्हा | Published: November 25, 2021 08:05 PM2021-11-25T20:05:56+5:302021-11-25T20:06:43+5:30
राजधानी पटना के दीघा क्षेत्र में पुलिस ने एक कोल्डड्रिंक एजेंसी में छापेमारी कर सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एजेंसी पूर्व मुखिया सह भाजपा नेता का बताया जा रहा है.
पटनाः बिहार सरकार लाख दावे कर ले कि सूबे में शराब बंद हो गया है. शराबबंदी कानून की सख्ती के बाद भी शराब पीने वाले मान नहीं रहे हैं. पुलिस लगातार छापेमारी कर रही बावजूद इसके धंधा बदस्तूर जारी है. सूबे के खगड़िया में एक महिला के द्वारा खुलेआम महुआ का शराब पिलाये जाने का वीडियो वायरल हुआ है.
जबकि आज गुप्त सूचना के आधार पर राजधानी पटना के दीघा क्षेत्र में पुलिस ने एक कोल्डड्रिंक एजेंसी में छापेमारी कर सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एजेंसी पूर्व मुखिया सह भाजपा नेता का बताया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार राजधानी पटना में दीघा थाना क्षेत्र में स्थित भाजपा नेता की कोका कोला एजेंसी में पुलिस ने छापेमारी कर शराब पार्टी कर रहे सात लोगों कि गिरफ्तार किया है.
वहां से 17 बोतल शराब भी बरामद की है. यह एजेंसी भाजपा नेता वार्ड पार्षद का पति बताया जाता है. बताया जाता है कि आरोपित एजेंसी संचालक वहां से फरार होने में सफल रहा. दीघा थानेदार राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि वरीय अधिकारियों से सूचना मिली थी कि कोका कोला एजेंसी में शराब पार्टी की जा रही है.
इसके बाद छापेमारी की गई तो निलेश यादव समेत शराब पी रहे कई लोग वहां से फरार होने में सफल रहे. थानाध्यक्ष ने बताया कि कुल सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है. कोको-कोला एजेंसी भाजपा नेता सह पूर्व मुखिया निलेश यादव उर्फ निलेश मुखिया का है. पकडे़ गए सभी लोग निलेश के स्टाफ और दोस्त हैं. पुलिस की मानें निलेश मुखिया चकमा देकर फरार हो गया.
उधर, खगड़िया में अभी भी महुआ शराब धड़ल्ले से चल रही है. इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो बुधवार शाम का बताया जा रहा है. मामला जिले के नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत अघोरी स्थान के पास का है. वहीं वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार कर लिया है. वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि 15 से 20 लोग लाइन में बैठककर शराब पी रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि अघोरी स्थान घाट पर शराब की महफिल एक दिन की नहीं, बल्कि 2 वर्षों से सज रही है. यह बात नगर थाना पुलिस को भी पता है. बावजूद इस धंधे को यहां फलने फूलने दिया गया. पुलिस को शराब माफिया की तरफ से मोटी रकम दी जाती है. इसके बदले पुलिस इनको यह धंधा करने देती है.
यहां उल्लेखनीय है शराबबंदी वाले राज्य बिहार में शराब की तस्करी जोरों पर है. पुलिस लगातार छापेमारी कर तस्करों पर नकेल कसने का दावा कर रही है. लेकिन शराब माफियाओं के उपर पुलिस का खौफ है और न प्रशासन का डर है.
हालांकि शराबबंदी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अहम बैठक के बाद सख्त मिजाज के आईएएस अधिकारी केके पाठक को शराबबंदी की कमान थमा दी गई है. जिसके बाद ताबडतोड छापेमारी जारी है. हाल के दिनों में पटना पुलिस लगातार शराब मामले में छापेमारी की जा रही है. वहीं, शराबबंदी को लेकर सियासत भी गर्म है.