बिहार: सेक्स रैकेट का फिर हुआ पर्दाफाश, 50 वर्षीय महिला ने ह्यूमैन ट्रैफिकिंग के धंधे में बिता दी अपनी पूरी जवानी
By एस पी सिन्हा | Published: August 2, 2019 03:39 PM2019-08-02T15:39:39+5:302019-08-02T15:40:19+5:30
इसी मामले में पटना के फुलवारी शरीफ थाने की पुलिस ने मानव तस्करी की सरगना शीला को गिरफ्तार कर और कई बच्चियों और महिलाओं को सेक्स रैकेट में फंसने से बचा लिया है.
पटना पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है. सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि 50 साल की एक महिला इस सेक्स रैकेट का संचालन करती थी. इस सेक्स रैकेट में बच्चों की चोरी से लेकर शादीशुदा और अविवाहित महिलाओं को नौकरी के नाम पर झांसा देकर फंसाया जाता था.
पुलिस के अनुसार इस सेक्स रैकेट की सरगना शीला ने अपनी पूरी जवानी ह्यूमैन ट्रैफिकिंग के धंधे में बिता दी. अबतक वह कई बच्चियों-महिलाओं को रेड लाइट एरिया में बेचकर उनकी जिंदगी तबाह कर चुकी है.
इसी मामले में पटना के फुलवारी शरीफ थाने की पुलिस ने मानव तस्करी की सरगना शीला को गिरफ्तार कर और कई बच्चियों और महिलाओं को सेक्स रैकेट में फंसने से बचा लिया है. पुलिस के अनुसार गुप्त सूचना पर राजधानी पटना से सटे जानीपुर में की गई छापेमारी में मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश हुआ.
इसकी सरगना एक 50 साल की महिला शीला है जो बच्चों की चोरी करने के साथ महिलाओं को अपने जाल में फंसाती थी. उन्हें बेचकर रेडलाइट एरिया में पहुंचाने का काम करती थी. छापेमारी में पुलिस के हत्थे चढी ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग की सरगना शीला देवी के साथ गिरोह के कई अन्य सदस्य भी पकड़े गए और एक बच्ची को बिकने से बचा लिया गया.
पकड़े गए आरोपियों में शीला देवी, उसका बेटा सन्नी और उसकी बहू के साथ अधपा गांव के राजेन्द्र नाम का एक व्यक्ति भी है. फुलवारी शरीफ डीएसपी संजय कुमार के अनुसार गुप्त सुचना के आधार पर सभी को गिरफ्तार किया गया है. बकौल पुलिस शीला ने अपनी पूरी जवानी ह्यूमैन ट्रैफिकिंग के धंधे में बिता दी और कई बच्चियों-महिलाओं को रेड लाइट एरिया में बेचकर उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी.
पूछताछ में शीला ने पुलिस को बताया है की उसके द्वारा फंसाई गईं किशोरियों और महिलाओं को जहानाबाद के संजय हाथों सौंप दिया जाता था. ये दोनों उन लडकियों को जिस्म के बाजार में बेचने का काम करते थे. शीला देवी के घर पर हुई छापेमारी में अपनी शादी और परिवार से नाराज होकर पटना आई युवती भी बरामद की गई है.
उसे भी शादी और नौकरी का झांसा देकर महिला ने अपने साथ कर लिया था और जानीपुर बाजार में रंजन यादव के मकान में लाकर रखा गया और नजरबंद कर दिया गया था. जिस घर में उसे रखा गया था उसमें पटना जक्शन से एक और युवती को बहला फुसलाकर लाया गया था.
पुलिस के अनुसार शीला पहले भी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के धंधे में सीतामढी से कई बार जेल जा चुकी है. यह ग्रामीण इलाके की भोली-भाली गरीब अशिक्षित परिवार की लडकियों, युवतियों और महिलाओं को नौकरी दिलाने, अच्छे शहरों में शादी कराने और पैसा कमाने का लालच देकर झांसे में लेती थी. फिर उसे गलत धंधे में धकेल देती थी. पुलिस अब शीला से पूछताछ कर वैसी तमाम महिलाओं को छुडाने की तैयारी में जुटी हैं जो सेक्स रैकेट में फंस चुकी हैं.