राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के भतीजे नागेंद्र राय ने पटना के बिल्डर से मांगी 2 करोड़ की रंगदारी, मारपीट करने और डराने की नीयत से फायरिंग करने का भी आरोप!
By एस पी सिन्हा | Published: March 16, 2023 09:46 PM2023-03-16T21:46:48+5:302023-03-16T21:47:47+5:30
पटना के जलालपुर सिटी में रहने वाले बिल्डर नितिन कुमार के द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार करोड़ों की यह जमीन सुभाष चंद्र राय की है।
पटनाः बिहार में सत्ता की चाबी लालू परिवार के हाथ में जाते ही सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोलने लगा है। इसी कड़ी में लालू प्रसाद यादव के भतीजे नागेंद्र राय पर परिवार पटना के बिल्डर नितिन कुमार से 2 करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप लगा है। साथ ही मारपीट करने और डराने की नीयत से फायरिंग करने का भी आरोप लगाया गया है।
पटना के जलालपुर सिटी में रहने वाले बिल्डर नितिन कुमार के द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार करोड़ों की यह जमीन सुभाष चंद्र राय की है। सुभाष के नाम से रसीद कट रही है। इस जमीन पर अपार्टमेंट बनाने के लिए सुभाष से कॉन्ट्रैक्ट हुआ था। 11 मार्च को इस जमीन की नापी होनी थी। इसकी जिम्मेदारी दानापुर थाने को दी गई थी।
नितिन का आरोप है कि जमीन की घेराबंदी करने के दौरान मारपीट हुई। नागेंद्र राय 20-25 लोगों के साथ हथियार से लैस होकर पहुंच गए और मारपीट करने लगे। यही नही पिस्टल लहराते हुए हवाई फायरिंग करने लगे। साथ ही 2 करोड़ की रंगदारी मांगी। इस मामले से जुड़ा एक वीडियो भी बिल्डर ने पुलिस को दिया है।
जमीन की कीमत करीब 20 करोड़ रुपए है। यह जमीन दानापुर थाने के तहत सगुना मोड़ से दानापुर स्टेशन जाने वाले रास्ते में है। करोड़ों रुपए की इस जमीन पर दो पक्ष अपना दावा कर रहे हैं। वहीं, लालू प्रसाद यादव के भतीजे नागेंद्र राय पटना के गोला रोड में रहते हैं। इस संबंध में नागेन्द्र राय के द्वारा भी बिल्डर के खिलाफ दानापुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
जिसमें 5 लाख की रंगदारी मांगने और गाली-गलौज करने के आरोप लगाए हैं। दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार इस जमीन पर पहले से मुबारकपुर के रहने वाले सुभाष चंद्र राय से विवाद चल रहा है। इस जमीन पर दोनों पक्षों के बीच धारा 144 की कार्रवाई भी चल रही है। कोर्ट ने किसी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी है।
दरअसल, यह पूरा विवाद पटना के 40 डिसमिल जमीन के एक प्लॉट से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि इस जमीन से जुड़े विवाद का मामला पहले से कोर्ट में है। इसके बाद भी 11 मार्च को दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। जिसके बाद दोनों पक्ष पुलिस के पास पहुंचा है। इस मामले में पटना पुलिस की तरफ से एक आधिकारिक बयान जारी किया गया हैं।
दावा किया गया है कि जानकारी मिलने के बाद दानापुर थाना के थाना प्रभारी केपी सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर गए थे। जांच की और स्थानीय लोगों से पूछताछ की। पुलिस ने अपनी जांच में किसी भी पक्ष की तरफ से गोली चलने की पुष्टि नहीं की।
जो वीडियो बिल्डर की तरफ से उपलब्ध कराया गया, उस पर पुलिस का कहना है कि लोहे के चादर को पीटने की आवाज उसमें सुनाई दे रही है। जिसे जमीन को घेरने के लिए लाया गया था। उसे जब्त कर लिया गया है।