बिहार: पुलिसकर्मियों ने बीमार महिला कैदी से शौचालय में किया गैंगरेप, 10 दिन बाद पीड़िता ने जेलर को बताई आपबीती
By एस पी सिन्हा | Published: December 1, 2018 09:43 AM2018-12-01T09:43:49+5:302018-12-01T09:43:49+5:30
घटना बिहार के मुजफ्फरपुर की है। महिला का मेडिकल टेस्ट करवाकर दो पुलिस के खिलाफ ममाला दर्ज कर जांच कर रही है।
बिहार में अब तो अपराध नियंत्रण की जिम्मेवारी संभाल रही पुलिस भी अपराधिक वारदात को अंजाम देने लगी है। एक ऐसा ही मामला मुजफ्फरपुर में सामने आया है। जहां, सीतामढी मंडल कारा की एक महिला बंदी ने आरोप लगाया है कि एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में उसके साथ दो लोगों ने बलात्कार किया।
इलाज के लिए दो पुलिसकर्मी लेकर गए थे मुजफ्फरपुर
इस मामले में दो आरोपियों को नामजद किया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला कैदी की निगरानी के लिए भेजे गए दो पुलिसकर्मियों पर गैंगरेप का आरोप लगा है। पुलिस के अनुसार सीतामढी जेल की एक महिला कैदी को इलाज के लिए दो पुलिसकर्मी मुजफ्फरपुर लेकर आये थे।
पुलिसकर्मी महिला के साथ रेप का आरोप
उनके ऊपर ही महिला कैदी के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। महिला के साथ उस समय यह गैंग रेप की वारदात हुई है, जब वह एसकेएमसीएच के बाथरूम में एक महिला अटेंडेंट के साथ गई थी। महिला कैदी का आरोप है कि जब वह बाथरूम गई थी, उसे नशे वाली कोई चीज सुंघा दी गई। बेहोशी की हालत में उसके साथ गैंग रेप किया गया।
महिला ने जेलर को बताई गैंगरेप की बात
इस महिला कैदी ने इलाज के बाद वापस जेल जाने के बाद जेलर से अपने साथ हुए गैंग रेप की शिकायत की। जेलर ने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पडताल शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार महिला कैदी को सीतामढी से ईलाज के लिए मुजफ्फरपुर लाने वाले दो सिपाहियों शैलेश कुमार और छोटेलाल ने गैंग रेप किया है।
महिला ने डर नहीं खोला मुंह
अहियापुर थाने की पुलिस के अनुसार 11 नवम्बर को इस महिला कैदी को मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भर्ती किया गया। 22 नवम्बर को ईलाज के बाद उसे डिस्चार्ज किया गया। इसी दौरान उसके साथ गैंग रेप की वारदात हुई। लेकिन डर से उसने कुछ नहीं बोला।
शौचालय में हुआ गैंगरेप
जब वह जेल वापस पहुंची तब उसने जेलर से गैंग रेप की शिकायत की। अब पुलिस ईन दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों की तलाश में जुट गई है। जेल प्रशासन ने दो पुरुष और एक महिला पुलिसकर्मी के साथ महिला को अस्पताल भेजा था। महिला बंदी ने जेलर को बताया कि अस्पताल में 14 नवंबर की रात 2:30 बजे वह शौचालय गई थी।
इस दौरान दोनों पुलिसकर्मियों ने उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर शौचालय में गैंगरेप किया। अहियापुर के थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है। वहीं, जिलाधिकारी, डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में आया है। मामले की निष्पक्ष जांच होगी। जल्द से जल्द मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।