बिहार: छपरा में नाबालिग छात्रा के साथ निर्भया कांड जैसी बर्बरता, गैंगरेप के आरोपियों में ITBP जवान भी शामिल
By एस पी सिन्हा | Published: August 11, 2019 04:56 PM2019-08-11T16:56:44+5:302019-08-11T16:56:44+5:30
पीड़िता को पटना स्थित पीएमसीएच के प्रसूति वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की टीम उसके इलाज में जुटी है.
बिहार के छपरा में एक नाबालिग छात्रा के साथ हुई गैंगरेप की घटना ने एक बार फिर से सूबे की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. गैंगरेप की घटना में बुरी तरह से जख्मी पीड़िता पटना के पीएमसीएच अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है. इस गैंगरेप की घटना ने एक बार फिर से दिल्ली के निर्भया कांड के जख्मों को ताजा कर दिया है. तीन हैवानों ने मिलकर न केवल एक नाबालिग से गैंगरेप किया बल्कि हैवानियत की सारी हदों को पार करते हुए उसके प्राइवेट पार्ट में भी लोहे की रॉड घुसा दी।
डॉक्टरों के मुताबिक, उसके शरीर से काफी मात्रा में खून निकल गया है और उसकी स्थिति काफी नाजुक है. पीड़िता को पटना स्थित पीएमसीएच के प्रसूति वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की टीम उसके इलाज में जुटी है. जानकारी के मुताबिक, उसे खून की सख्त जरूरत है. पटना में छपरा पुलिस के साथ ही पटना पुलिस की टीम भी पीएमसीएच में मौजूद है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों में से एक छात्रा का पूर्व परिचित भी था, जिसने पीड़िता को झांसा देकर एक कमरे में बुलाया था फिर उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया. इस गैंगेरेप के आरोपियों में आईटीबीपी के जवान का भी नाम सामने आया है. इस गैंगरेप कांड में पुलिस ने जहां दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वहीं तीसरा आरोपी जो आईटीबीपी का जवान है फरार चल रहा है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
सारण के एसपी हरकिशोर ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों में सोनू और आतिश का नाम शामिल है जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वहीं इस घटना में एक अन्य आरोपी भी शामिल है, जो आईटीबीपी का जवान है. एसपी ने बताया कि घटना के बाद से ही वह फिलहाल फरार है. लेकिन उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. घटना को लेकर एक और भी बात सामने आई है. कहा जा रहा है कि आरोपियों में से एक लड़के से पीड़िता की पहले से दोस्ती थी.
मामले की संगीनता को देखते हुए जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है. जिससे स्पष्ट हो पाएगा की घटना की वास्तविक स्थिति क्या थी. कांड की मॉनिटरींग कर रहे एसपी हर किशोर राय ने इन बातों का भी खंडन किया है कि रेप पीडिता के नाजुक अंग में लोहे का सरिया डाला गया है. एसपी ने बताया कि लड़की के प्राइवेट पार्ट में लोहे का सरिया डालने की बात जांच में सही साबित नहीं हुई है. लड़की के साथ जबर्दस्ती करने की बात सही साबित हुई है. जिसके कारण लड़की को अत्याधिक रक्तश्राव हो गया था. एसपी के मुताबिक पीएमसीएच में इलाज के बाद लड़की की हालत खतरे से बाहर है.
यहां उल्लेखनीय है कि दो महीने के दौरान छपरा में ये दूसरी घटना है, जिसने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है. इस घटना से पहले जून महीने के अंत में भी भेल्दी में भी नाबालिग छात्रा से गैंगरेप किया गया था. 29 जून को भेलदी के झौंवा पट्टी गांव में पांच युवकों ने कार में छात्रा को अगवा कर लिया और उसके साथ गैंगरेप किया था. गैंगरेप के बाद बसंत रोड में छात्रा को फेंक कर आरोपी फरार हो गए थे.
पीड़ित छात्रा ने बताया था कि स्कूल से बाहर निकलते ही 5 युवकों ने उसे अगवा कर लिया और कार में रात भर गैंगरेप करने के बाद सुबह गरखा के बसंत के पास फेंक कर फरार हो गए. दरअसल छात्रा अपने स्कूल में कुछ कागजात लेने आई थी, लेकिन स्कूल से बाहर निकलते ही पांच युवकों ने एक कार से उसे अगवा कर लिया और कार में गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया. लड़की ने एक युवक की पहचान की थी जिसका नाम राणा प्रताप सिंह था. जबकि चार और अज्ञात युवकों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए उनको गिरफ्तार किया था.