बिहार: मधुबनी में RTI कार्यकर्ता का जला हुआ शव बरामद, चार दिन पहले हुआ था अपहरण, जानें पूरा मामला
By विनीत कुमार | Published: November 14, 2021 08:04 AM2021-11-14T08:04:14+5:302021-11-14T08:05:14+5:30
अविनाश झा पिछले दो साल से गैरकानूनी तरीके से चल रहे कई हेल्थ केयर क्लीनिक के खिलाफ अभियान भी चला रहा था।
पटना: बिहार के मधुबनी जिले में एक गांव के बाहर से आरटीआई कार्यकर्ता और पत्रकार बुद्धि नाथ झा उर्फ अविनाश झा (23) का शव मिला है। उरैन और पाली गांव के बीच बेनीपट्टी पुलिस स्टेशन क्षेत्र में शुक्रवार रात मिला शव जली हुई हालत में था। अविनाश का अपहरण कम से कम चार लोगों द्वारा 9 नवंबर को उनके लोहिया चौक में स्थित घर के पास बाजार से किया गया था।
शव का पोस्टमार्टम करने के बाद पुलिस ने उसे परिवार वालों को सौंप दिया। इसके बाद अविनाश के भाई ने चंद्र शेखर ने एक एफआईआर दर्ज कराई है और आशंका जताई है कि उसकी हत्या गैरकानूनी तरीके से चल रहे हेल्थ केयर क्लीनिक के मालिकों ने कराई है। अविनाश ने दरअसल इन गैरकानूनी तरीके से चल रहे अस्पतालों को लेकर कई रिपोर्ट किए थे।
मर्डर में लव एंगल भी, रस्सी से गला घोंट कर हत्या
पुलिस की शुरुआती जांच में अविनाश के मर्डर में लव अफेयर की भी बात सामने आ रही है। मधुबनी के एसपी डॉ सत्यप्रकाश ने बताया कि मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अविनाश की गर्दन को नारियल की रस्सी से दबाया गया। पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। परिवारवालों ने अंगुल में एक अंगूठी, पैर में तिल और लाल शर्ट के आधार पर अविनाश के शव की पहचान की। अविनाश शर्ट पहनकर 9 नवंबर को घर से बाहर निकला था।
ये बात भी सामने आई है कि अविनाश पिछले दो साल से गैरकानूनी तरीके से चल रहे कई हेल्थ केयर क्लीनिक के खिलाफ अभियान भी चला रहा था। अविनाश ने इस संबंध में कई आरटीआई भी फाइल किए थे और सोशल मीडिया पर भी लगातार गैरकानूनी क्लीनिक, अस्पतालों आदि के खिलाफ लिखता रहा था।