बिहार के जमुई में कर्ज से परेशान शख्स ने पत्नी और बच्चों संग जहर खाकर दे दी जान, कुछ दिन पहले ही बैंक से मिला था नोटिस
By एस पी सिन्हा | Published: September 18, 2019 03:52 PM2019-09-18T15:52:17+5:302019-09-18T15:52:17+5:30
बिहार जमुई की पुलिस को मौके से एक चिट्ठी मिली है. जिसमें बैंक से लिए गए लोन का नोटिस आने के बाद से परेशान रहने का जिक्र है. मुकेश का शव घर के कमरे में पंखे से लटका मिला है, जबकि पत्नी व पुत्री का शव बिस्तर पर पड़ा मिला है.
बिहार के जमुई जिले के बरहट थाना क्षेत्र के तेतरिया गांव से दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है. जिसमें कर्ज में डूबे एक व्यक्ति ने पहले अपने पूरे परिवार को जहर खिला दिया, फिर खुद पंखे से लटक कर जान दे दी. मृतकों में पति, पत्नी और एक मासूम बच्ची शामिल है. पूरा परिवार कर्ज के बोझ तले दबा था. घटना की जानकारी पुलिस को दी गई है. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. आत्महत्या करने वालों में मुकेश साव (32), उसकी पत्नी कौशल्या देवी (27) और पुत्री अनुराधा (8) शामिल है. घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है.
सूचना पर पहुंची पुलिस को मौके से एक चिट्ठी मिली है. जिसमें बैंक से लिए गए लोन का नोटिस आने के बाद से परेशान रहने का जिक्र है. मुकेश का शव घर के कमरे में पंखे से लटका मिला है, जबकि पत्नी व पुत्री का शव बिस्तर पर पड़ा मिला है. मां- पिता के साथ सोई अन्य तीन पुत्रियों में विनीता, राधिका और ज्योति ने बताया कि रात में सभी लोग एक साथ खाना खाकर सोए थे.
आज (18 सितंबर) सुबह जब काफी देर बाद भी उक्त लोग कमरे से नहीं निकले और ना ही कमरे का दरवाजा खुला, तब मुकेश के चचेरे भाई केदार साव तथा अन्य परिजनों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा, फिर उन्हें घटना की जानकारी हुई.
कमरे का दरवाजा खोलने के बाद परिजनों को मुकेश का शव घर के कमरे में पंखे से लटका मिला, जबकि पत्नी और पुत्री का शव बिस्तर पर पड़ा था. बताया जा रहा है कि इसके अलावा तीन और बच्चों ने भी जहर खाया था. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है, लेकिन स्थिति गंभीर बताई जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक मुकेश साव काफी कर्ज के बोझ के तले दबा हुआ था और मानसिक रूप से बहुत ज्यादा परेशान था. उसने रात के खाने में जहर मिला दिया था. सबने वही खाना खाया और रात में सोयी अवस्था में ही सबकी मौत हो गई. घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिस पर ग्रामीण बैंक मैनेजर को दोषी नहीं मानने और खुद को घटना के पीछे जिम्मेदार बताया गया है. घटना के बाद पूरे गांव में जहां मातम का माहौल है.
वहीं, खुदकुशी की घटना से पूरा इलाका सन्न है. घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेते हुए छानबीन शुरू कर दी है. घटना के पीछे बैंक का कर्ज आर्थिक तंगी और चार बेटियों की चिंता की बात सामने आ रही है. घटनास्थल से मिले उक्त चिट्ठी में बैंक से लिये गये लोन का नोटिस आने के बाद से परेशान रहने का जिक्र है.
परिजनों की मानें तो मुकेश ने बिहार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक से लोन लिया था. घर के समीप ही एक छोटी-सी दुकान चलाता था. बीते कुछ दिनों से बैंक के पदाधिकारी लोन चुकाने को लेकर मुकेश पर दबाब बना रहे थे. इसके बाद उसने यह कदम उठाया है. एसडीपीओ रामपुकार सिंह, थानाध्यक्ष अब्दुल हलीम दलबल के साथ मौके पर पहुंच मामले की छानबीन में जुटी हैं. एसडीपीओ ने बताया कि मुकेश कर्ज के बोझ तले दबा था और मानसिक रूप से परेशान चल रहा था. मामले के वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एफएसएल की टीम बुलाई गई है.