बिहार: ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं अवैध हथियार, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर चल रहा है कारोबार, 4 गिरफ्तार
By एस पी सिन्हा | Published: November 26, 2022 05:35 PM2022-11-26T17:35:42+5:302022-11-26T17:35:42+5:30
हथियार तस्करों ने भी ऑनलाइन खरीद-बिक्री का नया खेल शुरू कर दिया है। तस्कर गिरोह फेसबुक, इंस्टाग्राम व यूट्युब पर आजाद ग्रुप मुंगेर के नाम से अकाउंट बनाकर अपना अवैध कारोबार करने लगे हैं।
पटना: बिहार का मुंगेर अवैध हथियारों की मंडी के रूप में प्रचलित हो चुका है। वहीं अवैध कारोबार करने वाले तस्कर भी अब काफी आधुनिक हो गए हैं। जब से ऑनलाइन का प्रचलन बढ़ा है तो लोगों के द्वारा हर चीज को ऑनलाइन ढूंढा जाने लगा।
इसी कड़ी में हथियार तस्कर भी ऑनलाइन खरीद-बिक्री का नया खेल शुरू कर दिया है। कहा जा रहा है कि तस्कर गिरोह फेसबुक, इंस्टाग्राम व यूट्युब पर आजाद ग्रुप मुंगेर के नाम से अकाउंट खोल इसके जरिए अपना यह अवैध कारोबार करने लगे हैं।
बताया जाता है कि इसका खुलासा तब हुआ जब अवैध हथियार के साथ दिल्ली की स्पेशल पुलिस टीम ने अलग-अलग राज्यों के चार तस्करों को गिरफ्तार किया। जिसमें मुंगेर के हथियार तस्कर अभिषेक भारद्वाज को भी गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार अभिषेक भारद्वाज ने पुलिस को बताया कि वह इस धंधे में काफी दिनों से संलिप्त है। उसके साथी मुंगेर में फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर आजाद ग्रुप मुंगेर के नाम से अकाउंट बनाकर हथियार की प्रदर्शनी करता है।
जिसमें उन लोगों के द्वारा एक से बढ़कर एक महंगी और हाईटेक हथियार की तस्वीर और वीडियो डालकर अवैध हथियार की खरीदारी करने वाले लोगों को इसका सैंपल दिखाया जाता है। जिसमें यह भी लिखा जाता है कि, यदि आपको लेना हो तो संपर्क करें। ताकि लोग उसे देख सकें और ऑनलाइन ऑर्डर करें जिसके बाद हथियारों की ऑफ लाइन डिलिवरी की जाती है।
इसको लेकर पैसे की डिलीवरी ऑनलाइन पे फोन एवं गूगल पे के जरिए किया जाता है। तब जाकर अवैध हथियार को बेचने वाले लोग हथियार की खरीदारी करने वाले लोगों को ऑफलाइन डिलीवरी करते हैं। आजाद ग्रुप मुंगेर के नाम से संचालित अकाउंट के बारे में जब पुलिस विभाग वरीय अधिकारियों से बातचीत किया गया तो वे इस बारे में कुछ भी बोलने से परहेज कर गए।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है। पुलिस द्वारा जांच करायी जाएगी। हालांकि, इस ग्रुप का संचालन कहां से हो रहा है, कौन इसे संचालित कर रहा है? इसका खुलासा नहीं हो पाया है।
मुंगेर पुलिस के पास इस प्रकार की कोई सूचना नहीं है कि ऐसा कोई ऑनलाइन पोर्टल है जिससे हथियारों की खरीदारी हो रही है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है। पुलिस द्वारा जांच करायी जाएगी।