बिहार: स्कूल की छत पर नाबालिग के साथ 6 लोगों ने किया गैंगरेप, 12 दिनों तक नजरबंद, पंचायत ने पीड़िता को ही दोषी ठहरा दी ये सजा
By एस पी सिन्हा | Published: August 26, 2019 03:59 PM2019-08-26T15:59:43+5:302019-08-26T15:59:43+5:30
गैंगरेप के मामले लेकर जब पीड़ित परिवार पंचायत की शरण में गई तो मोहनपुर में पंचायत ने सामूहिक दुष्कर्म की नाबालिग पीड़िता को ही घटना के लिए दोषी ठहरा दिया। सजा के तौर पर पीड़िता के बाल कटवा उसके पूरे गांव में घुमाया गया। मामला गांव से बाहर न जाये, इसलिए 12 दिनों तक पीड़िता व उसके परिजनों को निगरानी में रखा गया।
बिहार के गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र के मोहनपुर में पंचायत में एक नाबालिग छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किये जाने और पंचायत के द्वारा पीड़िता को ही घटना के लिए दोषी ठहरा दिये जाने का मामला सामने आया है। मामला 14 अगस्त की शाम का है। सामूहिक दुष्कर्म करने वाले आरोपियों के खिलाफ जब पीड़िता के माता-पिता पंचायत में न्याय के लिए गए तो उल्टा पीड़ित नाबालिग को ही दोषी बताकर उसके सिर का मुंडन करवा दिया। पीड़िता परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है।
गैंगरेप के बाद नग्न अवस्था में रात भर पीड़िता स्कूल के छत पर पड़ी रही
प्राप्त जानकारी के अनुसार वहशी दरिंदों ने पीड़ित नाबालिग छात्रा को पहले स्थानीय स्कूल के छत पर ले जाया गया, जहां दरिंदों ने उसके साथ बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया और जाते-जाते धमकी देते गए कि अगर यह मामला पुलिस में ले गया तो अंजाम भुगतने पड़ेंगे। बेहोशी की हालत में रातभर नाबालिग नग्न अवस्था में स्कूल के छत पर पड़ी रही। सुबह जब स्कूल में एक महिला ने उसे देखा तो अपना वस्त्र देकर उसके तन को ढका और उसे उसके घर ले गई। मामला लेकर जब पीड़ित परिवार पंचायत की शरण ली तो मोहनपुर में पंचायत ने सामूहिक दुष्कर्म की नाबालिग पीड़िता को ही घटना के लिए दोषी ठहरा दिया। इतना ही नहीं सजा के तौर पर उसके बाल कटवा दिये गये और पूरे गांव में घुमाया गया। मामला गांव से बाहर न जाये, इसलिए 12 दिनों तक पीड़िता व उसके परिजनों को निगरानी में रखा गया। हालांकि, किसी तरह बच-बचाकर रविवार को लड़की अपनी मां व एक अन्य सहयोगी के साथ एसएसपी के पास पहुंची और पूरी घटना की जानकारी दी। एसएसपी के चार्ज में रहे सिटी एसपी के आदेश पर महिला थाने में केस दर्ज कराया गया है।
शौच करने गई लड़की को आरोपियों ने किया अगवा
सूत्र बताते हैं कि लड़की को लेकर एसएसपी के यहां पहुंचे एक जनप्रतिनिधि ने प्रदेश के पुलिस महकमे के अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दे दी। सिटी एसपी मनजीत श्योराण ने बताया कि महिला थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। इसमें देवलाल यादव, दुखन सिंह, कपिल सिंह, महादेव सिंह व वीरेंद्र सिंह को आरोपित बनाया गया है। लड़की की मेडिकल जांच कराई जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। लड़की की मां ने पुलिस को दिये आवेदन में कहा है कि 14 अगस्त को गांव के पास ही उनकी नाबालिग लड़की शौच के लिए गई थी। उसी वक्त एक सवारी गाड़ी में सवार छह लोग वहां से गुजर रहे थे। उन लोगों ने लड़की को बुलाया और गाड़ी में जबरन बैठा लिया। उसमें एक लड़के देवलाल यादव को उनकी बेटी ने पहचान लिया। उक्त युवक की ससुराल उनके ही गांव में है।
इधर, बेटी के गायब होने के दूसरे दिन 15 अगस्त को बेहोशी की हालत में बगल के गांव के पंचायत सह स्कूल भवन की छत पर उसे देखा गया। वहां किसी ने उसे पहचान लिया और घर पहुंचाया। इधर, गांव में लोगों को जानकारी मिली तो लोगों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय उनकी बेटी को ही गलत करार दिया। इसके बाद पंचायती कर उसके बाल काट दिये व गांव में घुमाया गया। थाने में शिकायत करने की बात कही तो जान से मारने की धमकी दी गई। गांव के मुख्य रास्ते पर गांववाले निगरानी रखने लगे। 12 दिनों बाद किसी तरह बच-बचाकर एसएसपी के यहां पहुंची। महिला थाना प्रभारी रवि रंजना कुमारी ने बताया कि मामला एएसएसपी की पहल पर सामने आया है। इसमें केस दर्ज किया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।