बिहारः आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन का जलवा, परिवार से मिलने पटना पहुंचे, पत्नी लवली और राजद से विधायक बेटे चेतन से मिले
By एस पी सिन्हा | Published: August 14, 2022 09:47 PM2022-08-14T21:47:13+5:302022-08-14T21:48:13+5:30
गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड मामले में आनंद मोहन को फांसी की सजा सुनाई गई थी, लेकिन ऊपरी अदालत ने फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था।
पटनाः बिहार में महागठबंधन की सरकार बनते ही आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन का पटना में जलवा दिखने को मिला है। सरकार बनते ही आनंद मोहन पटना में नजर आए। सोशल मीडिया पर उनका फोटो भी वायरल हो रहा है।
गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड मामले में आनंद मोहन को फांसी की सजा सुनाई गई थी, लेकिन ऊपरी अदालत ने फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया। तब से वे जेल में बंद हैं। इसे लेकर बिहार के पूर्व पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने महागठबंधन की सरकार को घेरा है।
RJD leader Anand Mohan, serving life term over DM's killing, seen at home with family, supportershttps://t.co/E9SBAVDq5l
— India TV (@indiatvnews) August 14, 2022
महागठबंधन की नई सरकार पर हमला बोलते हुए नितिन नवीन ने कहा कि सुशासन और जंगलराज में फर्क दिखने लगा है। बताया जाता है कि आनंद मोहन को पुलिस अभिरक्षा में पेशी के बीते दिनों पटना लाया गया था। लेकिन बाहुबली पूर्व सांसद लाव-लश्कर के साथ पटना वाले अपने आवास पहुंच गए। यही नहीं आवास पहुंचने के बाद पूर्व सांसद ने अपने समर्थकों के साथ बैठक भी की।
आनंद मोहन के साथ उनकी पत्नी और उनके राजद से विधायक बेटे चेतन आनंद भी मौजूद रहे। पेशी के लिए पटना आए आनंद मोहन की बैठक करने की तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट की गई। आनंद मोहन के पाटलीपुत्रा स्थित अपने आवास पर काफी देर तक वक्त बिताने की चर्चा तेज है। पेशी के लिए आए आनंद मोहन के अपने पटना वाला आवास पहुंचने के लेकर पुलिस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
जब पुलिस अभिरक्षा में पूर्व सांसद को पेशी के लिए लाया गया था, तो वे अपने निजी आवास पर कैसे पहुंच गए? ऐसे में पूर्व मंत्री व भाजपा नेता नितिन नवीन ने कहा कि नीतीश कुमार जंगलराज के साथ आए तो जेल के अंदर बैठा व्यक्ति भी पटना की सड़कों पर घुम रहा है। घर में बैठकर खाना खा रहा है।
पटना में परिवार और कार्यकर्ताओं से मिल रहा है। नीतीश कुमार की दशा और दिशा दोनों दिखाई देने लगी है। नीतीश कुमार इतने मजबूर हो गये है कि मजबूरीवश अपराधियों को खुला छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश जी जब हमारे साथ थे तब अपराधी जेल के अंदर होता था अब जब नीतीश जी जंगलराज के लोगों के साथ आ गये हैं तो अपराधी जेल के बजाय घर में बैठकर खाना खाता है। उन्होंने कहा कि अराजकता और जंगलराज बिहार में अब शुरू हो गया है।