बिहार विधानसभा चुनावः अवैध हथियारों का उत्पादन तेज, मुंगेर में पांच मिनी गन फैक्ट्री सील, हथियार बरामद
By एस पी सिन्हा | Published: September 23, 2020 07:21 PM2020-09-23T19:21:53+5:302020-09-23T19:21:53+5:30
मुंगेर एसपी लिपि सिंह के निर्देश पर की गई कार्रवाई के दौरान नक्सल प्रभावित इलाके राम गिरिया पहाड़ी पर चल रहे मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया गया. एसपी के द्वारा बनाई गई टीम ने पांच मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया है तथा 3 बदमाशों को गिरफ्तार किया है जो हथियार बनाने के काम में संलिप्त थे.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही अवैध हथियारों का उत्पादन बढ़ गया है. भागलपुर में मिनी गन फैक्ट्री के भंडाफोड़ के अगले ही दिन आज मुंगेर जिले में पुलिस कार्रवाई में बड़ी सफलता हाथ लगी है.
मुंगेर एसपी लिपि सिंह के निर्देश पर की गई कार्रवाई के दौरान नक्सल प्रभावित इलाके राम गिरिया पहाड़ी पर चल रहे मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया गया. एसपी के द्वारा बनाई गई टीम ने पांच मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया है तथा 3 बदमाशों को गिरफ्तार किया है जो हथियार बनाने के काम में संलिप्त थे.
आज आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी लिपि सिंह ने बताया कि शामपुर ओपी अंतर्गत रामगिरिया पहाड़ी पर अवैध हथियार बनाए जाने की सूचना मिली थी. उनके द्वारा जिला आसूचना इकाई की टीम को लगाया गया. उनके निर्देश पर जिला आसूचना इकाई की टीम ने पहले रेकी की तथा सूचना का सत्यापन किया.
इसके बाद हवेली खड़गपुर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में जिला आसूचना इकाई द्वारा खड़कपुर थानाध्यक्ष मिंटू कुमार सिंह और शामपुर ओपी अध्यक्ष पप्पन कुमार के साथ मिलकर छापामारी की गई. छापेमारी के दौरान पांच मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया गया.
पुलिस ने अवैध हथियार बनाने के आरोप में अशोक बिंद, बजरंगी कुमार और मो औरंगजेब को गिरफ्तार किया. निर्माण स्थल से पुलिस ने 7.65 एमएमए बोर की 2 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, एक देशी कट्टा, छह गोलियां, पांच बेस मशीन, एक ड्रिल मशीन सहित हथियार बनाने के काम में इस्तेमाल आने वाले कई औजारों को बरामद किया.
हथियार बनाने के गैंग में कई अन्य अपराध कर्मी भी शामिल हैं जिनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. एसपी ने बताया कि अवैध हथियार के खिलाफ मुंगेर पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है. गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. हथियार बनाने के गैंग में कई अन्य अपराध कर्मी भी शामिल हैं. जिनकी तलाश में पुलिस द्वारा छापामारी की जा रही है.