भोपाल हॉस्टल: सामने आई चौथी लड़की ने सुनाई 'रेप की हॉरर' आपबीती, कांग्रेस का दावा- बीजेपी- RSS से संबंध

By भाषा | Published: August 12, 2018 04:10 PM2018-08-12T16:10:25+5:302018-08-12T16:10:25+5:30

भोपाल हॉस्टल रेपकांड में अब तक 4 लड़कियां शिकायत दर्ज करा चुकी हैं। 3 साल की छात्रा ने आरोप लगाया, मुझे बंधक बनाकर रखा गया था और लगातार 6 महीने तक रेप किया गया है। कई बार अश्लील फिल्में दिखाकर रेप किया गया'।

Bhopal hostel rape case: FIR lodge 4th girl, Congress claims accused connected with RSS-BJP | भोपाल हॉस्टल: सामने आई चौथी लड़की ने सुनाई 'रेप की हॉरर' आपबीती, कांग्रेस का दावा- बीजेपी- RSS से संबंध

भोपाल हॉस्टल: सामने आई चौथी लड़की ने सुनाई 'रेप की हॉरर' आपबीती, कांग्रेस का दावा- बीजेपी- RSS से संबंध

इंदौर, 12 अगस्त: मध्यप्रदेश में आदिवासी समुदाय की एक और मूक-बधिर युवती ने भोपाल के छात्रावास संचालक पर मामला दर्ज कराते हुए पुलिस को आपबीती सुनायी है कि वह उसे कथित तौर पर अश्लील सामग्री( पोर्न फिल्में) दिखाकर हवस का शिकार बनाता था। अब तक इस मामले में 4 लड़कियां शिकायत दर्ज करा चुकी हैं। इंदौर के हीरानगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई शिकायत में 23 साल की छात्रा ने आरोप लगाया, मुझे बंधक बनाकर रखा गया था और लगातार 6 महीने तक रेप किया गया है। कई बार अश्लील फिल्में दिखाकर रेप किया गया'। इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा, 376, 377, 354, 506 के तहत मामला दर्ज किया है। 

2017 से फरवरी हो रहा है यौन शोषण

इंदौर के हीरा नगर पुलिस थाने के प्रभारी महेंद्र सिंह भदौरिया ने आज बताया कि पड़ोसी धार जिले की रहने वाली 23 वर्षीय मूक-बधिर लड़की की शिकायत पर भोपाल के छात्रावास संचालक अश्विनी शर्मा के खिलाफ कल रात मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि यह मामला भारतीय दंड विधान की धारा 376 (बलात्कार), धारा 377 (अप्राकृतिक दुष्कृत्य) और अन्य सम्बद्ध धाराओं के साथ अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी के मुताबिक, पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि शर्मा उसे कथित तौर पर अश्लील सामग्री दिखाकर उसके साथ बलात्कार और अप्राकृतिक दुष्कर्म करता था। यह घटना दिसंबर 2017 से फरवरी 2018 के बीच की है, जब मूक-बधिर युवती पढ़ाई के दौरान भोपाल में शर्मा के छात्रावास में रह रही थी। 

चार लड़कियों में दो सगी बहनें शामिल 

उन्होंने बताया कि मामले को आगामी जांच के लिये भोपाल पुलिस को भेज दिया गया है।  शर्मा को एक अन्य प्रकरण में मूक-बधिर आदिवासी युवती से दुष्कर्म के आरोप में नौ अगस्त को भोपाल में गिरफ्तार किया गया था। सूबे की राजधानी के छात्रावास संचालक पर अब तक चार मूक-बधिर लड़कियां यौन प्रताड़ना के आरोपों में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करा चुकी हैं। इनमें दो सगी बहनें शामिल हैं। 

आरोपी का बीजेपी से मिल रहा राजनीतिक संरक्षण

वहीं, कांग्रेस ने मूक बधिर बालिका से दुष्कर्म के आरोपी छात्रावास के संचालक अश्विनी शर्मा को भाजपा और आरएसएस से जुडे़ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसे राजनीतिक संरक्षण हासिल है, इसलिये मामले की जांच केंद्रीय जन्वेषण ब्यूरो से कराई जानी चाहिये।  प्रदेश कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता शोभा ओझा ने 12 अगस्त को पत्रकार वार्ता में कहा, ‘‘भोपाल दुष्कर्म कांड का छात्रावास संचालक अश्विनी शर्मा संघ का कार्यकर्ता है । उसे मुख्यमंत्री का आर्शीवाद हासिल है। शर्मा भाजपा के मंत्रियों का नजदीकी है तथा एक वीडियो में वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आर्शीवाद लेता हुआ नजर आता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने इस मामले में जल्दी से एसआईटी जांच की घोषणा कर दी, हमें एसआईटी जांच पर भरोसा नहीं है । शर्मा को राजनीतिक सरंक्षण हासिल है इसलिये इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवानी चाहिए ।’’ इस दौरान कांग्रेस ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें आरोपी अश्विनी शर्मा एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पैर छू रहा है और चौहान उसके सर पर हाथ रखकर आर्शीवाद दे रहे हैं। इस पर ओझा ने कहा, ‘‘मुख्यमत्री चौहान बच्चियों के मामा बनने का ढोंग करते हैं, वहीं वे दुष्कर्म के आरोपी अश्विनी शर्मा के सिर पर हाथ रख कर उसे आर्शीवाद देते हैं।’’ उन्होंने कहा कि इस कांड के सामने आते ही आरोपी का फेसबुक एकाउंट पूरा विलोपित कर दिया गया है ताकि उसके भाजपा और सत्ता से जुड़े नेताओं से संबंध छुपाये जा सके।

एफआईआर में एनजीओ का नाम क्यों छुपाया गया?

कांग्रेस ने सवाल किया कि मूक बधिर बालिका से दुष्कर्म के आरोपी पर पुलिस द्वारा की गई एफआईआर में सामान्य आरोपियों की तरह उम्र, पिता का नाम और उसका पता क्यों नहीं लिखा गया है तथा सरकार उसके एनजीओ का नाम क्यों छुपा रही है। ओझा ने कहा कि प्रदेश के 2-3 साल पहले सीहोर जिले के एक बालिका गृह में भी मूक बधिर बच्चियों के साथ बलात्कार की घटना हुई थी। तब भी मुख्यमंत्री चौहान ने जांच के आदेश और इस प्रकार की संस्थाओं के नियमित निरीक्षण की बात कही थी। लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ और मुख्यमंत्री ने अपने निर्देशों को कल फिर से दोहराया। भोपाल पुलिस महानिरीक्षक जयदीप प्रसाद ने कांग्रेस के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘भाषा’ से कहा, ‘‘इस मामले में त्वरीत कार्रवाई करने के लिये एसआईटी का गठन किया गया है, न कि किसी को बचाने के लिये। अभियोजन के लिये हम अदालत में चालान पेश करने के बेहद करीब हैं।’’ 

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Web Title: Bhopal hostel rape case: FIR lodge 4th girl, Congress claims accused connected with RSS-BJP

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