बैतूलः पूर्व क्रिकेटर नमन ओझा के पिता धन गबन मामले में अरेस्ट, 2013 में बैंक ऑफ महाराष्ट्र में प्रबंधक के रूप में तैनात थे, सवा करोड़ रुपये का मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 7, 2022 05:48 PM2022-06-07T17:48:59+5:302022-06-07T17:49:50+5:30
क्रिकेटर नमन ओझा के पिता वी के ओझा 2013 में बैतूल के जौलखेड़ा इलाके में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शाखा के प्रबंधक के रूप में तैनात थे। पुलिस ने 2014 में मुलताई कस्बे में करीब सवा करोड़ रुपये के कथित गबन का मामला दर्ज किया था।
बैतूलः मध्य प्रदेश पुलिस ने पूर्व क्रिकेटर नमन ओझा के पिता को 2013 के धन गबन के कथित मामले में गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मामला कथित धोखाधड़ी से जुड़ा है जब क्रिकेटर के पिता वी के ओझा 2013 में बैतूल के जौलखेड़ा इलाके में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शाखा के प्रबंधक के रूप में तैनात थे। पुलिस ने 2014 में मुलताई कस्बे में करीब सवा करोड़ रुपये के कथित गबन का मामला दर्ज किया था।
मुलताई थाना प्रभारी सुनील लता ने बताया कि फरार चल रहे ओझा को सोमवार को गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने बताया कि मामले के अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तारी के बाद ओझा को सोमवार को स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया गया जिसने उन्हें एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) की ऋण राशि को शाखा में 34 फर्जी खाते खोलकर उसमें कथित रूप से हस्तांतरण के बारे में तत्कालीन बैंक प्रबंधक रितेश चतुर्वेदी की शिकायत के बाद 19 जून 2014 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
बाद में फर्जी खातों से यह राशि निकाल ली गई। उन्होंने बताया कि ओझा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 409 (लोक सेवक द्वारा आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), 467 (मूल्यवान सुरक्षा की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेज) और 120- बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।