आजमगढ़ः ग्राम प्रधान की हत्या के बाद उग्र हुई भीड़ ने की तोड़फोड़-आगजनी, सीएम योगी ने लिया संज्ञान, थानाध्यक्ष निलंबित
By भाषा | Published: August 15, 2020 05:48 AM2020-08-15T05:48:56+5:302020-08-15T05:48:56+5:30
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना की है। योगी ने अनुसूचित जाति/जनजाति एक्ट के तहत दी जाने वाली सहायता राशि के अलावा मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच-पांच लाख रुपए की अतिरिक्त धनराशि पीड़ितों के परिजनों को दिए जाने की घोषणा की है।
लखनऊः आजमगढ़ जिले के तरवां थाना क्षेत्र के बांसगांव में ग्राम प्रधान की हत्या और एक बालक की वाहन से कुचल कर मौत के बाद शुक्रवार को उग्र हुई भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी की। पुलिस ने बताया कि बांस गांव निवासी सत्यमेव (42) गांव के प्रधान थे। हमलावरों ने ग्राम प्रधान को घर से बुलाकर गोली मारी, जिससे उनकी मौत हो गई। घटना के बाद उग्र हुई भीड़ ने तोड़फोड़ की और कई वाहन फूंक दिए।
भीड़ ने एक पुलिस चौकी को भी आग लगा दी। इस बीच किसी वाहन से कुचलकर एक बालक की मौत भी हो गई जिससे भीड़ और उग्र हो गई। सूचना के बाद डीआईजी विजय कुमार, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, डीएम राजेश कुमार और पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह मौके पर कई थानों के पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन रात के घुप्प अंधेरे में ग्रामीणों के सामने पुलिस कुछ खास नहीं कर पा रही।
अधिकारियों ने लोगों को समझाकर मामले को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन भीड़ बेकाबू हो गयी और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस चौकी रासेपुर बोंगरिया में तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया। स्थिति गंभीर होने पर मौके पर पीएसी बुलाई गयी। पुलिस के मुताबिक देर रात किसी तरह से पुलिस और पीएसी ने हालात पर काबू पाया।
अधिकारियों ने परिजनों को किनारे लाकर बातचीत की, जिसके बाद ग्राम प्रधान और बच्चे के शव को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा। इस सिलसिले में थानाध्यक्ष सहित दो पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधान की हत्या और दुर्घटना में बच्चे की मौत पर संज्ञान लिया है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना की है। योगी ने अनुसूचित जाति/जनजाति एक्ट के तहत दी जाने वाली सहायता राशि के अलावा मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच-पांच लाख रुपए की अतिरिक्त धनराशि पीड़ितों के परिजनों को दिए जाने की घोषणा की है।
उन्होंने सम्बन्धित थानाध्यक्ष तथा चौकी इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अपराधियों के विरुद्ध गैंग्स्टर एक्ट के तहत कार्यवाही कर उनकी सम्पत्ति जब्त करते हुए एनएसए लगाने के निर्देश दिए। साथ ही, इस तरह की घटना के लिए जिले के अधिकारियों के खिलाफ भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि अभी मृतक के परिजनों की तरफ से शिकायत नहीं मिली है। लेकिन इस घटना में चार लोगों के नाम सामने आये हैं। पुलिस की चार टीमें गठित कर संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है। एक बच्चे की मौत भगदड़ में हो गई है, जिसकी जांच के आदेश दे दिये गये हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस पर कुछ लोगों ने पथराव किया और दो बाइकों को आग के हवाले कर दिया। घटना में शामिल जिन चार लोगों के नाम प्रकाश में आये हैं उनके खिलाफ 25-25 हजार रूपए का इनाम घोषित कर दिया गया है। इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और एनएसए के तहत कार्रवाई की जा रही है।