आर्यन खान मामला: आरोपों के बीच बोले समीर वानखेड़े- मेरी मां मुस्लिम थी इसलिए निशाना बनाया जा रहा है
By अनिल शर्मा | Published: October 25, 2021 03:06 PM2021-10-25T15:06:11+5:302021-10-25T16:32:23+5:30
समीर वानखेड़े ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत विशेष अदालत में न्यायाधीश से कहा, "मेरी बहन और मृत मां सहित मेरे परिवार को निशाना बनाया जा रहा है।
मुंबईः शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े ड्रग्स बस्ट मामले की जांच कर रहे हैं नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े ने सोमवार को कहा कि उन्हें उनकी मृत मां को लेकर निशाना बनाया जा रहा है। समीर ने कहा कि वह खुद जांच के लिए तैयार हैं। उनके पास 15 सालों की सर्विस का रिकॉर्ड है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, समीर वानखेड़े ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत विशेष अदालत में न्यायाधीश से कहा, "मेरी बहन और मृत मां सहित मेरे परिवार को निशाना बनाया जा रहा है।" रिपोर्ट के मुताबिक मामले में दो हलफनामे दायर किए गए हैं- एक एनसीबी द्वारा और दूसरा वानखेड़े द्वारा।
समीर ने कहा, यह उन सभी चीजों को लाने का एक बदसूरत प्रयास है जो इस सब से जुड़ी नहीं हैं। मेरी मां मुस्लिम थीं तो क्या वह मेरी मृत मां को इस सब में घसीटना चाहते हैं? मेरी जाति और पृष्ठभूमि को सत्यापित करने के लिए, कोई भी मेरे पैतृक स्थान पर जा सकता है और मेरे परदादा से मेरे वंश का सत्यापन कर सकता है।
समीर ने मीडिया से कहा, लेकिन उन्हें यह गंदगी इस तरह नहीं फैलानी चाहिए। मैं यह सब कानूनी रूप से लड़ूंगा और अदालत के बाहर इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता। वानखेड़े के नेतृत्व में एक एनसीबी टीम ने 2 अक्टूबर को गोवा जाने वाले क्रूज जहाज पर एक कथित ड्रग्स पार्टी का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में अब तक आर्यन खान सहित 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
वहीं रविवार को, क्रूज ड्रग्स मामले में एक स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सईल ने दावा किया कि आर्यन खान को छोड़ने के लिए एनसीबी के एक अधिकारी और फरार गवाह केपी गोसावी सहित अन्य लोगों द्वारा 25 करोड़ की मांग की गई थी।
प्रभाकर सईल ने कहा कि उन्होंने गोसावी को फोन पर सैम डिसूजा को फोन पर 2 अक्टूबर की छापेमारी के बाद आर्यन खान को एनसीबी कार्यालय में लाए जाने के बाद 25 करोड़ की मांग के बारे में बताते हुए सुना और "18 करोड़ पर समझौता करने के लिए" समीर वानखेड़े को 8 करोड़ रुपये देने के लिए।' उन्होंने यह भी दावा किया कि एनसीबी के अधिकारियों ने उन्हें नौ से दस कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा था।