अरुणाचल प्रदेश: विधायक सहित 11 लोगों की उग्रवादियों ने की हत्या, राजनाथ सिंह ने कहा- आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा
By भाषा | Published: May 22, 2019 03:36 AM2019-05-22T03:36:30+5:302019-05-22T03:36:30+5:30
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने नयी दिल्ली में इस घटना पर दुख जताया और इसे पूर्वोत्तर में शांति भंग करने का ‘‘क्रूर प्रयास’’ करार दिया। सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘अरुणाचल प्रदेश के विधायक तिरोंग अबो जी, उनके परिवार तथा अन्य की हत्या से हैरान और दुखी हूं। यह पूर्वोत्तर में शांति और अमनचैन भंग करने का क्रूर प्रयास है।
अरुणाचल प्रदेश के तिरप जिले में उग्रवादी संगठन एनएससीएन के संदिग्ध सदस्यों ने मंगलवार को वर्तमान विधायक और एनपीपी के एक विधानसभा प्रत्याशी तिरोंग अबो और 10 अन्य लोगों की मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी। मृतकों में विधायक का बेटा और दो सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
जिले की खोंसा पश्चिम विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक अबो (41) इस सीट से फिर से चुनावी मैदान में थे। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस बी के सिंह ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि एनएससीएन के उग्रवादियों ने सुबह करीब साढे ग्यारह बजे जिले के 12 मील क्षेत्र के पास विधायक के वाहनों पर गोलियां उस समय चलाईं जब वह अपने बेटे लोंगेम, अन्य परिजनों, चार पुलिसकर्मियों तथा एक चुनावी एजेंट के साथ चार वाहनों के काफिले में असम से अपने चुनावी क्षेत्र लौट रहे थे। उन्होंने कहा कि काफिले के 15 में से 11 लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है तथा दो अन्य बाल-बाल बच गये। शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने नयी दिल्ली में इस घटना पर दुख जताया और इसे पूर्वोत्तर में शांति भंग करने का ‘‘क्रूर प्रयास’’ करार दिया। सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘अरुणाचल प्रदेश के विधायक तिरोंग अबो जी, उनके परिवार तथा अन्य की हत्या से हैरान और दुखी हूं। यह पूर्वोत्तर में शांति और अमनचैन भंग करने का क्रूर प्रयास है। इस जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।’’ उधर, गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने इस दर्दनाक हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की।
घटना पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि हमलावरों को मार गिराया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमलावरों को मार गिराने के लिए कार्रवाई शुरू की जाएगी। मेरी ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति दे।’’ घटना की निंदा करते हुये एनपीपी अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड पी संगमा ने इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि एनपीपी इस घटना में अपने विधायक तिरोंग अबो (अरूणाचल प्रदेश) और उनके परिजन की मौत से स्तब्ध और दुखी है और वे इस दुर्दांत हमले की निंदा करते हैं और पीएमओ एवं राजनाथ सिंह से हमले की इस घटना के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग करते हैं।
शुरुआत में आई खबरों में कहा गया था कि हमले में सात लोगों की मौत हुई लेकिन डीजीपी ने बाद में मृतकों की संख्या 11 बताई। सिंह ने कहा कि सेना इकाइयों ने हमलावरों को पकड़ने के लिए क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि डीआईजीपी (पूर्व), आईजीपी (कानून व्यवस्था) और तिरप तथा पड़ोसी चांगलांग जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अभियान के लिए विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय के लिए खोंसा पहुंचे हैं। इस बीच, अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्य में ‘‘अराजकता तथा अव्यवस्था’’ के लिए सत्तारूढ भाजपा को जिम्मेदार ठहराया।
पार्टी ने एक बयान में कहा, ‘‘अगर राज्य के निर्वाचित प्रतिनिधि केन्द्र तथा राज्य की वर्तमान सरकार में सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता सुरक्षित महसूस कैसे कर सकती है?’’ घटना की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग करते हुए पार्टी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री पेमा खांडू और उनकी भाजपा सरकार राज्य में अराजकता तथा अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार है।’’ अबो 2014 में पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के टिकट पर खोंसा पश्चिम सीट से निर्वाचित हुए थे। राज्य में विधानसभा के चुनाव लोकसभा के साथ संपन्न कराये गए थे।