आरा बम ब्लास्ट के आरोपी लंबू शर्मा को फांसी की सजा, इस कांड से बिहार के दबंग नेता सुनील पांडेय व यूपी के बाहुबली मुख्तार अंसारी का भी था कनेक्शन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 20, 2019 04:41 PM2019-08-20T16:41:09+5:302019-08-20T16:41:09+5:30
आरा बम ब्लास्ट : 3 जनवरी 2015 को आरा कोर्ट परिसर में बम ब्लास्ट हुआ था। इसमें एक महिला और एक शख्स की मौत हो गई थी, जबकि तीन लोग घायल हो गए थे।
बिहार के आरा बम ब्लास्ट मामले में आज (20 अगस्त) को कोर्ट ने मुख्य आरोपी लंबू शर्मा को फांसी की सजा सुनाई है। मामले में बाकी के दोषियों को आजीवन कारावास की सजा दी गई गै। इसी मामले में शनिवार (17 अगस्त) को कोर्ट ने जदयू के पूर्व विधायक सुनील पांडेय को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया था। सुनील पांडये के अलावा दो अन्य लोगों को भी बरी किया गया है। 23 जनवरी 2015 को आरा कोर्ट परिसर में बम ब्लास्ट हुआ था। इसमें एक महिला और एक शख्स की मौत हो गई थी, जबकि तीन लोग घायल हो गए थे। घटना के बाद वहां भगदड़ मच गई थी। इसी मामले में पूर्व विधायक सुनील पांडेय को आरोपी भी बनाया गया था। 11 जुलाई 2015 को उनकी गिरफ्तारी हुई थी। बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।
इस केस में शनिवार को हुई सुनवाई में कुख्यात लंबू शर्मा, नईम मिस्त्री तथा अखिलेश उपाध्याय समेत आठ आरोपियों को साजिश रचने, बम विस्फोट करने, हत्या करने तथा कस्टडी से फरार होने एवं उसमें सहयोग करने का दोषी पाया गया था। जबकि कोर्ट से एक अभियुक्त चांद मियां फरार हो गया।
जनवरी 2015 में आरा के सिविल कोर्ट में बम ब्लास्ट हुआ तो पुलिस की गिरफ्त से दो अपराधी लंबू शर्मा और अखिलेश उपाध्याय भाग गये। लेकिन पुलिस ने जून 2015 में लंबू शर्मा को दिल्ली में दोबारा गिरफ्तार कर लिया है। लंबू शर्मा ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने ही आरा कोर्ट में बम ब्लास्ट किये थे ताकी वो भाग सके। लंबू शर्मा ने पुलिस पूछताछ में दावा किया कि उसको जेल से भागने और बम ब्लास्ट में जदयू के पूर्व विधायक सुनील पांडेय ने मदद की थी।
पूछताछ में लंबू शर्मा ने यह भी दावा किया कि सुनील पांडेय ने यूपी के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की हत्या के लिए 50 लाख की सुपारी दी थी। इसलिए उसने जेल से भागने में मदद की। लंबू शर्मा के दावे के बाद बिहार पुलिस ने नाटकीय ढंग से सुनील पांडेय को गिरफ्तार किया। भोजपुर जिले के तत्कालीन एसपी नवीन झा ने सुनील पांडेय को ऑफिस में मुलाकात के लिए बुलाया और गिरफ्तार कर लिया। हालांकि तीन महीने में सुनील को जमानत मिल गई थी।
वीडियो में देखें, बिहार के बाहुबली नेता सुनील पांडेय के बारे में सबकुछ