अंकिता भंडारी हत्याकांड: अंकिता के पिता ने सरकारी वकील को मामले से हटाने की मांग की, आरोपियों का बचाने का आरोप लगाया
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 3, 2023 03:50 PM2023-06-03T15:50:00+5:302023-06-03T15:51:54+5:30
अंकिता के पिता ने जिलाधिकारी से पांच जून तक हत्याकांड की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक को हटाने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई नौ जून को है। अंकिता के पिता ने कहा है कि अगर विशेष लोक अभियोजक को मामले से नहीं हटाया गया तो वे परिवार व ग्रामीणों के साथ छह जून से जिलाधिकारी कार्यालय के परिसर में धरना देंगे।
देहरादून: उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में एक नया मोड़ आ गया है। अंकिता भंडारी के पिता ने पौड़ी के जिलाधिकारी को एक पत्र लिख कर सरकारी वकील को हटाने की मांग रखी है। अंकिता भंडारी के पिता का आरोप है कि सरकारी वकील आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इस संबंध में अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी और मां सोनी भंडारी ने पौड़ी के जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा है।
जिलाधाकिरी को लिखे पत्र में अंकिता के मां- बाप ने हत्याकांड की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक पर मामले को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रकरण में एक गवाह विवेक आर्य ने चार मई को दिए अपने बयान में अंकिता की हत्या से पहले उसे नजरबंद कर मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पर दुराचार किए जाने का आरोप लगाया था। अंकिता के पिता ने दावा किया कि सरकारी वकील ने बयानों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया और बयान दर्ज किए गए कि मुख्य आरोपी ने बंद कमरे में मृतका से बलात्कार करने की कोशिश की थी।
अंकिता के पिता ने जिलाधिकारी से पांच जून तक हत्याकांड की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक को हटाने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई नौ जून को है। अंकिता के पिता ने कहा है कि अगर विशेष लोक अभियोजक को मामले से नहीं हटाया गया तो वे परिवार व ग्रामीणों के साथ छह जून से जिलाधिकारी कार्यालय के परिसर में धरना देंगे।
क्या है मामला
ऋषिकेश के निकट पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर क्षेत्र में वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वाली 19 वर्षीया अंकिता की पिछले साल सितंबर में कथित तौर पर रिजॉर्ट संचालक आर्य ने अपने दो कर्मचारियों, भास्कर और गुप्ता के साथ मिलकर चीला नहर में धक्का देकर हत्या कर दी थी। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सामने आया कि कथित तौर पर किसी वीआइपी को 'एक्सट्रा सर्विस' देने से मना करने पर अंकिता की हत्या की गयी। जिस रिजॉर्ट में अंकिता काम करती थी उसके मालिक भाजपा नेता विनोद आर्य और उनके पुत्र पुलकित आर्य थे। पुलकित ही रिजॉर्ट का प्रबंधन देखता था। 18 सितंबर 2022 को अंकिता के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। बाद में 24 सितंबर 2022 को चिल्ला नहर में अंकिता की लाश मिली।