इलाहाबाद यूनिवर्सिटीः 25 हजार के इनामी पूर्व छात्रनेता सुमित शुक्ला की गोली मारकर हत्या, कैम्पस में फिर छिड़ी वर्चस्व की जंग
By आदित्य द्विवेदी | Published: November 1, 2018 10:50 AM2018-11-01T10:50:59+5:302018-11-01T10:50:59+5:30
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और संबंध कॉलेज के छात्रसंघ में सुमित शुक्ला का दबदबा था। यूनिवर्सिटी की छात्रसंघ राजनीति ने एकबार फिर खूनी रुख अख्तियार कर लिया है।
प्रयागराज, 1 नवंबरःइलाहाबाद यूनिवर्सिटी और संबद्ध कॉलेज की छात्र राजनीति में दबदबा रखने वाले 25 हजार के इनामी पूर्व छात्रनेता अच्युतानंद शुक्ला उर्फ सुमित शुक्ला की बुधवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई है। सुमित की हत्या की खबर से यूनिवर्सिटी और आस-पास के इलाकों में तनाव का माहौल है। हत्या का आरोप यूनिवर्सिटी से संबद्ध एक कॉलेज के छात्रनेता पर लगाया जा रहा है।
माना जा रहा है कि सुमित शुक्ला ने चुनाव में उस छात्र नेता का समर्थन किया था और बड़े वोट अंतर से उसने जीत दर्ज की थी।फिर भी उसने हत्या क्यों की, इसके पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। सुमित शुक्ला की हत्या से यूनिवर्सिटी की छात्रसंघ राजनीति के एकबार फिर खूनी रुख अख्तियार करने की आशंका है।
कैसे हुई घटना?
सूत्रों के मुताबिक इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पीसीबी छात्रावास में बुधवार रात जन्मदिन की एक पार्टी रखी गई थी। इस पार्टी में कई छात्र नेताओं के साथ सुमित शुक्ला भी मौजूद था। गोली मारने का आरोपी छात्रनेता भी पार्टी में पहुंचा और हमेशा की तरह सुमित शुक्ला के पैर छुए।
सूत्रों ने बताया, 'दोनों के बीच काफी देर तक अकेले में बातचीत होती रही। जाते वक्त उसने सुमित की गिलास में शराब भी डाली। पैर छूकर पीछे मुड़ा और गोली चला दी। गोली सुमित की गर्दन में जा धंसी और आरोपी वहां से फरार हो गया।'
आनन-फानन में सुमित को शहर के स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्रावसों में यह खबर फैलते ही सुमित के समर्थक जुटने शुरू हो गए हैं। पुलिस-प्रशासन सतर्क है और कई थानों की फोर्स मौके पर तैनात की गई है।
संगीन मामलों का आरोपी
सुमित शुक्ला पर हत्या का प्रयास, अपरहण जैसे कई संगीन मामलों में मुकदमा दर्ज है। भरी कचहरी में पुलिस वाले पर फायरिंग करने की वजह से सुमित सुर्खियों में आ गया था। छात्रसंघ चुनाव के नामांकन में गोलीबारी के बाद सुमित शुक्ला पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस को उसकी तलाश थी। सुमित ने कुछ साल पर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ में उपाध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ा था।