महंत नरेंद्र गिरि की मौतः कमरे में तेजी से चल रहा था फैन, वीडियो सामने आने पर उठे कई सवाल
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 23, 2021 04:41 PM2021-09-23T16:41:50+5:302021-09-23T16:56:28+5:30
घटनास्थल से बरामद कथित सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने लिखा था, ‘‘मैं बहुत दुखी होकर आत्महत्या कर रहा हूं। मेरी मौत की जिम्मेदारी आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी की होगी।’’
प्रयागराजः अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि ने अपने मठ बाघंबरी गद्दी में सोमवार की शाम कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
संदिग्ध मौत पर कई सवाल खुल रहे हैं। वीडियो में कई खुलासे हो रहा है। महंत नरेंद्र गिरि की मौत का एक और वीडियो आया है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो पुलिस के पहुंचने के बाद का है। जिस कमरे में महंत का शव लटका था, उसमें तेजी से पंखा चल रहा था।
घटनास्थल से बरामद कथित सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने लिखा था, ‘‘मैं बहुत दुखी होकर आत्महत्या कर रहा हूं। मेरी मौत की जिम्मेदारी आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी की होगी।’’ आनंद गिरि, महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य हैं, जबकि आद्या प्रसाद तिवारी बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी हैं।
वीडियो में आप देख सकते हैं कि प्रयागराज रेंज के आईजी केपी सिंह दरवाजे पर खड़े महंत के शिष्यों से पूछताछ कर रहे हैं। फर्श पर महंत नरेंद्र गिरि का शव रखा है। पंखे में पीले रंग की नायलॉन की रस्सी लटक रही है। महंत के गले में रस्सी लटकी है। ऐसे कई सवाल लोगों के जेहन में हैं।
पुलिस महानिरीक्षक (प्रयागराज रेंज) केपी सिंह ने मठ बाघंबरी गद्दी में संवाददाताओं को बताया कि शाम को पुलिस के पास फोन आया कि महाराज जी (महंत नरेंद्र गिरि) पंखे पर फांसी के फंदे पर लटक गए हैं। महंत के शिष्यों के मुताबिक, घटना के समय दरवाजा भीतर से बंद था और उन्होंने दरवाजा तोड़कर उन्हें फंदे से उतारकर जमीन पर लिटाया। सिंह ने बताया कि पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो महंत की मृत्यु हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला नजर आता है तथा घटनास्थल से सात-आठ पेज का सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें महंत ने अपने आश्रम के बारे में क्या करना है.. एक तरह से वसीयतनामा लिखा है।
I won't be able to say anything without investigation. We received a call from ashram that maharaj has hanged himself from a fan. Prima facie, it's a case of suicide. I appeal all of you to maintain peace: KP Singh, IG Prayagraj on Mahant Narendra Giri death case pic.twitter.com/3KyrdUyIoP
— ANI UP (@ANINewsUP) September 20, 2021
महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के मामले में तीसरा आरोपी भी गिरफ्तार
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या मामले में तीसरे आरोपी संदीप तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जार्ज टाउन थाने के प्रभारी निरीक्षक महेश सिंह ने संदीप तिवारी को बुधवार की शाम गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की। हालांकि उन्होंने गिरफ्तारी का समय और स्थान बताने से इनकार किया।
Mahant Narendra Giri Case: Video Surfaced Soon After Death, Running Fan, Cut Rope And Letter Pad… – महंत नरेंद्र गिरि केस: मौत के तुरंत बाद का वीडियो आया सामने, चलता पंखा, कटी रस्सी और लेटर पैड… https://t.co/F7ckoUZ44Z
— PostX News Hindi (@postxnewshindi) September 23, 2021
उल्लेखनीय है कि महंत नरेंद्र गिरि के मामले में दो अन्य आरोपियों आनंद गिरि और आद्या प्रसाद तिवारी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया और बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने इन दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
अखाड़ा परिषद भी करेगी महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के मामले की जांच
अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि जी महाराज ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के मामले की आंतरिक जांच अखाड़ा परिषद भी करेगी। इसके लिए अखाड़ा के लोगों को गुप्त रूप से नियुक्त किया जाएगा। श्रीमठ बाघंबरी गद्दी में महंत नरेंद्र गिरि को समाधि दिए जाने के बाद महंत हरि गिरि ने कहा,‘‘ यहां (अखाड़ा में) कुछ लोग पक्ष में होते हैं, कुछ लोग विपक्ष में होते हैं। कुछ लोग सत्ता के साथ होते हैं, कुछ लोग सत्ता के विरोध में।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ महंत नरेंद्र गिरि का षोढसी भंडारा पांच अक्टूबर को होने तक जांच पूरी होने की उम्मीद है। हमारा लक्ष्य है कि अपराधी गिरफ्तार हो।’’ इस बीच, निरंजनी अखाड़े के पंच परमेश्वर की बुधवार शाम प्रस्तावित बैठक टाल दी गई। अब यह बैठक 25 सितंबर को होगी जिसमें कुछ महत्वपूर्ण निर्णय किए जाने की संभावना है। यह जानकारी निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी महेशानंद गिरि महाराज ने दी। ब्रह्मलीन महंत नरेंद्र गिरि, निरंजनी अखाड़े के सचिव थे।