मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अलीगढ़ के परिवार ने मांगी इच्छामृत्यु, जानिए पूरा मामला

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 30, 2022 08:23 PM2022-07-30T20:23:33+5:302022-07-30T20:28:57+5:30

यूपी के अलीगढ़ की रहने वाली राजकुमारी शर्मा ने बीते 22 जुलाई को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को पत्र लिखकर गुंडों से त्रस्त होने का बात कही है और इस कारण उन्होंने अपने परिवार के लिए इच्छामृत्यु की मांग की है।

Aligarh's family sought euthanasia from Chief Minister Yogi Adityanath, know the whole matter | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अलीगढ़ के परिवार ने मांगी इच्छामृत्यु, जानिए पूरा मामला

फाइल फोटो

Highlightsमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक परिवार ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इच्छामृत्यु की मांग की हैपीड़ित परिवार अलीगढ़ के हरदुआगंज के गांव बरौठा का रहने वाला हैपरिवार का आरोप है कि उन्हें अलीगढ़ पुलिस की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही है

अलीगढ़: अराजक और गुंडा तत्वों के उत्पीड़न से परेशान होकर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले एक परिवार ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इच्छामृत्यु की मांग की है। जानकारी के मुताबित पीड़ित परिवार अलीगढ़ के हरदुआगंज के गांव बरौठा का रहने वाला है।

परिवार की मुखिया राजकुमारी शर्मा ने बीते 22 जुलाई को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को लिखे पत्र में पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया है कि इलाके को कुछ गुंडा तत्व के उपद्रवी बीते 6 महीने से उनके परिवार का कथित तौर से उत्पीड़न कर रहे हैं। कहीं भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है, ऐसे में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से परिवार के लिए इच्छा मृत्यु की मांग की है।

राजकुमारी शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी को लिखे अपने पत्र में बताया है कि 24 फरवरी 2022 को दलित समुदाय के एक स्थानीय प्रभावशाली परिवार ने उनके 21 साल बेटे मुकेश (जिसका केस में निखिल के तौर पर नाम दर्ज है) का अपहरण कर लिया और उसे चार महीने से बंद करके रखा हुआ है। चिट्ठी में राजकुमारी शर्मा लिखती हैं कि अपहरणकर्ताओं ने उनके बेटे के साथ बहुत ज्यादती की और उसे बेरहमी से पीटा साथ ही नशीला पदार्थ भी पिलाया। 

लंबे समय तक प्रताड़ना करने के बाद आखिरकार उन्होंने 30 जून 2022 को मुकेश का हाथ-पैर बांधकर हाईवे पर फेंक दिया। परिवार का आरोप है कि दबंगों ने मुकेश का अपहरण इस कारण किया कि क्योंकि उसने और परिवार के अन्य सदस्यों ने आरोपियों के परिवार की उस बात पर आपत्ति जताई थी, जिसमें वो अपने मवेशियों को सड़क पर बांधकर रखते थे, जिस कारण राहगीरों को पैदल चलने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था।

पीड़िता राजकुमारी शर्मा ने मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी में इस बात का आरोप लगाया है कि मुकेश का अपहरण होने के बाद उन्होंने फौरन मामले में स्थानीय थाने में केस दर्ज कराया था और एसएसपी अलीगढ़ से भी मिली थीं लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। महिला राजकुमारी शर्मा का आरोप है कि पड़ोसी बदमाश आये दिन उन्हें और उनकी बेटी के छेड़खानी भी करते रहते हैं। चूंकि अब वो इस मामले में एकदम त्रस्त आ चुकी हैं, लिहाजा उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आगामी स्वतंत्रता दिवस पर पारिवारिक इच्छामृत्यु की अनुमति देने की अपील की है।

जानकारी के मुताबिक पीड़िता राजकुमारी शर्मा ने 11 अप्रैल 2022 को ओमवीर, अमन, सुशीला, प्रेम, पुनीत, ओमवती, अर्जुन, सुरेश और बंटी के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया था, सभी आकोपी एक ही परिवार से बताये जा रहे हैं। दर्ज हुए केस में बताया गया है कि 24 फरवरी 2022 को राजकुमारी शर्मा के बेटे मुकेश ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ आरोपी पक्ष को सड़क पर मवेशियों को बांधने के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराई थी। आरोप है कि उस कारण आरोपी का परिवार काफी गुस्से में था।

राजकुमारी शर्मा का कहना है कि उन्हें अब इस मामले में केवल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की उम्मीद है क्योंकि अलीगढ़ का पुलिस प्रशासन उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। राजकुमारी शर्मा का कहना है कि उनकी शिकायत पर हरदुआगंज पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारियों का रूख एकदम उल्टा है और वो इस मामले में कोई बी कार्रवाई करने से बच रहे हैं और कथित तौर पर आरोपियों का पक्ष ले रहे हैं।

Web Title: Aligarh's family sought euthanasia from Chief Minister Yogi Adityanath, know the whole matter

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