बिहार के बाद अब यूपी के चूहे हुए शराबी, पुलिस की नाक के नीचे से उड़ाई 750 लीटर देसी दारू
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 27, 2018 05:45 PM2018-12-27T17:45:28+5:302018-12-27T17:45:28+5:30
बिहार के चूहे 2018 में 2017 से ज्यादा शराब पी गये। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सितंबर 2016 में राज्य में शराबबंदी लागू की थी।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इंसानों के बीच शराबखोरी पर लगाम लगाने के लिए सूबे में शराबबंदी लागू कर दी। इस पाबंदी का असर इंसानों पर कितना हुआ ये तो जाँच का विषय है लेकिन एक नतीजा मीडिया की सुर्खियों में रहा। शराबबंदी के बाद बिहार में चूहों की शराबखोरी में गजब की तेजी आयी। बिहार के चूहे राज्य पुलिस द्वारा जब्त की गयी सैकड़ों लीटर शराब पीने लगे।
इसी हफ्ते खबर आयी कि बिहार के चूहे 2018 में 2017 से ज्यादा शराब पी गये। बुरा ये हुआ कि बिहार के चूहों की यह बीमारी अब पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में पहुँच गयी है। खबर आ रही है कि यूपी के बरेली में चूहे मालखाने में रखी 750 लीटर देसी शराब पी गये। दैनिक समाचार पत्र हिंदुस्तान दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार जिस मालखाने में रखी देसी शराब चूहे पी गये उसके बाहर पुलिस का सख्त पहरा भी था। पुलिस इन मालखानों पर चौबीसों घंटे रात-दिन तैनात थी। फिर भी चूहे दारू गटक गये।
खबर यह भी है कि बरेली कैंट के मालखाने के चार्ज देने को लेकर हेड मोहर्रिर के बीच तकरार चल रहा था। मामला जब बड़े अफसरों तक पहुंचा तब जाकर किसी तरह चार्ज की तकरार थमी। लेकिन कहानी में अभी मोड़ आना बाकी था। नए हेड मोहर्रिर जब मालखाने पहुंचे और चार्ज लेने के लिए सामान का मिलान शुरू करना शुरू किया तो यह जानकर दंग रह गयी कि वहां रखी एक हजार लीटर कच्ची शराब का बड़ा हिस्सा गायब था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मालखाने में रखे गैलन की पेंदी में छेद थे। माना गया कि ये छेद शराबी चूहों ने किया होगा। शराब के अलावा भी मालखाने में रखे दूसरे सामान को भी चूहे चट कर गये। कम-अज-कम पुलिस का यही कहना है। काश कि चूहों को रिमाण्ड पर लेकर पूछताछ की जा सकती!
बिहार और यूपी दोनों राज्यों में बीजेपी गठबंधन सरकार में है। आदमी का तो नहीं पता इन दोनों राज्यों में चूहे के लिए शायद 'राम राज' है।