7 साल के लड़के पर 5 साल की लड़की से रेप का आरोप लगा, मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई, मामले से पुलिस भी परेशान
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 20, 2023 02:43 PM2023-09-20T14:43:52+5:302023-09-20T14:45:04+5:30
दोनों बच्चों को जिला अस्पताल भेजा गया है और मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। पुलिस इस मामले में सावधानी बरत रही है। सात साल से कम उम्र के बच्चों के अपराध के लिए क्या प्रावधान हैं इस मामले में कानूनी राय ली जा रही है।
कानपुर: कानपुर देहात जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनने के बाद हर कोई चौंक गया। दरअसल यहां एक सात वर्षीय लड़के पर अपने पड़ोस की पांच वर्षीय लड़की के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है।
कानपुर देहात जिले के अकबरपुर थाने की सीमा के अंतर्गत एक गांव में रविवार देर रात हुई यह घटना तब प्रकाश में आई जब पुलिस ने शिकायत पर आईपीसी की धारा 376 और पोक्सो अधिनियम की धारा 5/6 के तहत प्राथमिकी दर्ज की। शिकायत लड़की का मां ने दर्ज कराई थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार दोनों बच्चों को जिला अस्पताल भेजा गया है और मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। घटना के बारे में बताते हुए पांच साल की बच्ची की मां ने कहा कि घटना के वक्त उनकी बेटी खेलने के लिए बाहर गई थी। चूकि ये मामला नाबालिग बच्चों से जुड़ा है इसलिए दोनों की ही पहचान नहीं बताई गई है।
इस वाकये से पुलिस के लोग की हैरान हैं। अकबरपुर कोतवाली पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर सतीश सिंह ने कहा कि पुलिस इस मामले में सावधानी बरत रही है। सतीश सिंह ने कहा कि अगर सात साल से कम उम्र का बच्चा अपराध करता है तो यह अपराध की श्रेणी में नहीं आता है। फिर भी इस मामले में कानूनी राय लेने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी मंगलवार को दर्ज की गई थी।
बता दें कि नाबालिगों द्वारा यौन उत्पीड़न और बलात्कार किए जाने के मामले पहले भी आए हैं। लेकिन उनमें से ज्यादातर मामलों में आरोपी की उम्र कम से कम 15 या उससे ज्यादा होती थी। ये एक दुर्लभ मामला है जिसमें 7 साल के बच्चे पर 5 साल की बच्ची से बलात्कार का आरोप लगा है। यही कारण है कि पुलिस ने न तो पीड़ित न ही आरोपी की पहचान उजागर की। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस मामले को हैंडल करने की है। पुलिस ये समझने में जुटी है कि आखिर 7 साल के बच्चे के लिए कानूनी प्रवधान क्या होंगे।