एक ही घर में बारात लेेकर पहुंचे 7 दूल्हे, पर दरवाजे पर लटका मिला ताला, लाखों रुपये लूटे, जानें मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 28, 2021 02:15 PM2021-03-28T14:15:54+5:302021-03-28T14:16:38+5:30
मझ्य प्रदेश का मामलाः दूल्हों की शिकायत पर यहां की कोलार पुलिस ने ठगी करने वाली संस्था के संचालकों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.
भोपालः मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शादी करने में मदद करनेवाली एक संस्था द्वारा दिखाई गई लड़की के दरवाजे पर एक नहीं पूरे सात दूल्हे बारात लेकर जब पहुंचे तो दुल्हन के दरवाजे पर ताला लटका मिला. इन दूल्हों की शिकायत पर यहां की कोलार पुलिस ने ठगी करने वाली संस्था के संचालकों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.
यह मामला शुक्र वार प्रकाश में आया. संस्था ने इन सभी से शादी कराने के नाम पर 20-20 हजार रुपए लिए थे. शादी करवाने का झांसा देकर युवकों से लाखों की ठगी करने वाली संस्था शगुन जन कल्याण सेवा समिति के संचालकों पर कोलार पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. गरीब लड़कियों को अच्छा रिश्ता दिलाने के बहाने लड़कों को दिखाया जाता था.
इन्हीं लड़कियों को दिखाकर वर पक्ष से 20-20 हजार रुपए रजिस्ट्रेशन के नाम पर वसूले जाते थे. बाद में लड़कियों से कहते थे कि लड़के ने शादी से मना कर दिया. तय तारीख पर जब लड़का बरात लेकर बताए ठिकाने पर पहुंचता तो यहां ताला लगा मिलता. जानकारी के मुताबिक, मेहगांव, भिंड निवासी 35 वर्षीय केशव बघेल गुरु वार को बारात लेकर आए, तो शादी वाले घर पर ताला लगा मिला. यहां न तो दुल्हन थी और न ही परिवार वाले मिले. शादी तय कराने वाली शगुन जन कल्याण सेवा समिति के दफ्तर पर भी ताला लगा मिला.
परेशान होकर केशव कोलार थाने पहुंचे, तो यहां पहले से छह दूल्हे और उनके परिजन अपनी-अपनी शिकायत दर्ज करवा रहे थे.ये लोग आगरा, शिवपुरी और भिंड़ से यहां आए थे. ऐसे तय हुआ नकली रिश्ता केशव के बहनोई जगदीश तीन महीने पहले भिंड गए थे. बस स्टैंड पर उन्हें शगुन जन कल्याण सेवा समिति का पर्चा मिला. इसमें चार लोगों के नाम और नंबर दिए गए थे. पर्चे में दावा किया गया था कि समिति गरीब बच्चियों की शादी कराती है. पर्चे पर दिए नंबर पर बात करने पर एक महिला ने कॉल रिसीव किया.
महिला ने अपना नाम रोशनी तिवारी बताया. उसने रिश्ते के लिए कोलार के विनीत कुंज स्थित ऑफिस में बुलाया. जगदीश ने बताया कि 16 जनवरी की दोपहर में वे ऑफिस पहुंचे. उन्हें एक 25 साल की युवती दिखाई गई. इसके बाद रिश्ता तय हो गया था. रोशनी ने लड़की को अपनी बेटी बताया था.
समिति ने शादी कराने के नाम पर 20 हजार रु पए लिए थे. केशव जब कोलार में बताए पते पर पहुंचा, तो वहां ताला लगा मिला. उन्होंने रोशनी और उसके साथियों को कॉल किया, लेकिन सभी के फोन बंद थे. ऐसे चलता था पूरा रैकेट रिंकू, कुलदीप और रोशनी तिवारी नाम के लोग इस रैकेट को चलाते थे.
ये लोग शादी की उम्र की गरीब लड़कियों की तलाश करते थे. वे बिना दहेज के अच्छे घर में शादी करवाने का झांसा देते थे. लड़की को वर दिखाने के बहाने लाते थे. बाद में रिश्ता रद्द करने की बात कहकर लड़की वालों को मना कर देते थे. रोशनी तिवारी लड़कियों की मां बनकर लोगों को ठगती थी. इसमें लड़का और लड़की तो सच्चे होते थे, लेकिन बाकी सब कुछ झूठ होता था.
दूल्हे ने पूरी बारात के साथ दिया धरना
केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ दूल्हे ने बारात सहित धरना दिया. प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर दूल्हे ने केंद्र के खिलाफ नारेबाजी की. पंजाब में खरड-बनूड को जाने वाले बाबा बंदा सिंह बहादुर मार्ग पर स्थित सनेटा गांव में कई गांवों के लोगों ने धरना लगाया हुआ था.
इसी दौरान हरियाणा के अंबाला जिले के बरियाली गांव के परमजीत सिंह अपनी बारात ले कर धरनास्थल पर पहुंचे और कृषि कानूनों के विरोध में धरना लगा दिया. प्रदर्शनकारी किसानों ने दूल्हे परमजीत का पूरी बारात के साथ धरने पर बैठने पर गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके सुखद जीवन की कामना की.
परमजीत के साथ उनके पिता सिकंदर सिंह, दादा कैप्टन नछत्तर सिंह और पूर्व सरपंच कुलवंत सिंह भी धरने पर बैठने वालों में शामिल हैं. परमजीत सिंह ने कहा कि वे किसान हैं और किसानों के साथ खड़े हैं. जब तक काले कानून रद्द नहीं किए जाते, वे किसानों का साथ देते रहेंगे. उन्होंने कहा कि किसान संघर्ष के दौरान वे लगातार दिल्ली बॉर्डर पर भी डटे रहे हैं.