असम में बाल विवाह मामले में अब तक 4074 प्राथामिकी दर्ज, 22 सौ से अधिक लोग हुए गिरफ्तार
By रुस्तम राणा | Published: February 4, 2023 07:18 PM2023-02-04T19:18:50+5:302023-02-04T19:18:50+5:30
पुलिस के अनुसार, बाल विवाह मामले में राज्य भर में 4,074 प्राथमिकी दर्ज की गईं और 2,258 लोगों को गिरफ्तार किया गया। मामले में सबसे ज्यादा प्राथमिकी ढुबरी में हुई हैं। यहां 374 प्राथमिकी दर्ज हुई हैं।

असम में बाल विवाह मामले में अब तक 4074 प्राथामिकी दर्ज, 22 सौ से अधिक लोग हुए गिरफ्तार
गुवाहाटी: असम में बाल विवाह मामले में अब तक 4 हजार से अधिक केस दर्ज हो चुके हैं। साथ ही इस मामले में राज्यभर में 22 सौ से अधिक लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं। असम पुलिस ने शनिवार को इस मामले में यह आकड़ा पेश किया है। पुलिस के अनुसार, बाल विवाह मामले में राज्य भर में 4,074 प्राथमिकी दर्ज की गईं और 2,258 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
मामले में सबसे ज्यादा प्राथमिकी ढुबरी में हुई हैं। यहां 374 प्राथमिकी दर्ज हुई हैं। जबकि जिले में इस मामले में 127 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां विश्वनाथ जिले में हुई हैं जहां 139 लोगों को मामले में गिरफ्तार किया गया है। जबकि यहां 97 एफआईआर दर्ज हुई हैं।
गुवाहाटी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जीपी सिंह ने बताया कि बड़े पैमाने पर कार्रवाई और बाद में कानूनी कार्रवाई अवैध प्रथा को समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के निर्देशों का पालन किया गया है। सिंह ने कहा, "लगभग दो महीने पहले, सीएम ने असम पुलिस को निर्देश दिया था कि उन्हें असम के कुछ हिस्सों में बाल विवाह के बारे में जानकारी मिली है और पुलिस को जांच करने का निर्देश दिया।"
So far, 4,074 FIRs registered and 2,258 persons arrested across the state, in connection with child marriage cases: Assam Policepic.twitter.com/YfsgIEy5D4
— ANI (@ANI) February 4, 2023
इसके बाद, जिला पुलिस प्रमुखों को राज्य में बाल विवाह के मामलों के बारे में पता लगाने के लिए गांव के बुजुर्गों, विभिन्न समुदायों के प्रमुखों और ग्राम रक्षा कर्मियों से संपर्क करने के लिए कहा गया था।
उन्होंने कहा, “हमने 2020 से शुरू होने वाले तीन वर्षों के लिए डेटा एकत्र किया। उसके आधार पर, पिछले दो दिनों के दौरान, हमने विभिन्न जिलों में 4074 मामले दर्ज किए हैं। हमने गुरुवार से कार्रवाई शुरू की और शुक्रवार दोपहर 3 बजे तक विभिन्न जिलों से 2044 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों में बाल विवाह कराने के लिए जिम्मेदार 52 पुजारी, काजी और उपदेशक हैं।