फर्जी चेक से पीएनबी को 24 लाख का चूना, बिल्डर गिरफ्तार
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 11, 2019 01:58 PM2019-05-11T13:58:15+5:302019-05-11T13:58:15+5:30
25 अप्रैल को पीएनबी की औरंगाबाद, बिहार शाखा से मानकापुर शाखा को एक ई-मेल मिला. उससे संजय कुमार सिंह के नाम के झर्जी चेक पर भुगतान किए जाने का पता चला.
फर्जी चेक की मदद से पंजाब नेशनल बैंक से 23.70 लाख की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है. मानकापुर पुलिस ने प्रकरण में लिप्त एक बिल्डर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी सागर कोहले (26) लोणारा है. प्रकरण का सूत्रधार फरार है. सागर बिल्डर है. उसका मानकापुर की पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में खाता है. सागर ने 12 अप्रैल को अपने खाते में बिहार की औरंगाबाद शाखा के खाता धारक संजय कुमार सिंह द्वारा जारी चेक जमा किया. चेक पर 23 लाख 70 हजार रुपए दर्ज थे.
सागर ने बैंक अधिकारी शितल खुलसाम को संजय कुमार सिंह का मोबाइल नंबर दिया. शितल ने कथित संजय कुमार सिंह से संपर्क करके चेक जारी करने के संबंध में पूछा. सिंह ने शितल को स्विकृति दे दी. इसके आधार पर 16 अप्रैल को सागर के खाते में 23 लाख 70 हजार रुपए जमा हो गए. शितल के खाते में जमा राशि स्वप्निल सूभाष, श्वेता पूष्पकुमार हजारे, बरबटे ऑटोमेटिव प्रा. लि., नितिन नारायण निखड़े, ज्योतिराम देव और अन्य लोगों के खाते में 'ट्रांसर्फर' हो गई.
इसी बीच 25 अप्रैल को पीएनबी की औरंगाबाद, बिहार शाखा से मानकापुर शाखा को एक ई-मेल मिला. उससे संजय कुमार सिंह के नाम के झर्जी चेक पर भुगतान किए जाने का पता चला. संजय कुमार सिंह ने किसी को भी उक्त नंबर का चेक जारी होने से इनकार कर दिया. उन्होंने उक्त नंबर का चेक अपने पास होने का बताया. इसके बाद शितल खुलशाम ने मानकापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस ने सागर से पूछताछ आरंभ की. उसने उक्त चेक लोटटीराम द्वारा दिए जाने का बताया. सागर के अनुसार उसने देव के मकान का निर्माण कार्य किया था. उसे देव से निर्माण कार्य के सवा तीन लाख रुपए लेने थे. देव ने उसे तकनिकी वजहों से चेक अपने में खाते में जमा नहीं कर पाने का हवाला देते हुए सौंपा था. उसने सागर को सवा तीन लाख रुपए खूद लेकर शेष राशि उसके बताए अनुसार अन्य खातों में 'ट्रांसर्फर' करने को कहा था. देव के इसारे पर ही उसने चेक जमा किया था. इसके आधार पर पुलिस ने सागर को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया.
पुलिस देव और जिन लोगों के खातों में रुपए ट्रांसर्फर हुए है उन्हें भी आरोपी बनाया है. सागर खुद को सच्चाई पता होने से इनकार कर रहा है. थानेदार वजीर शेख ने सागर को आज अदालत में पेश किया जहां से उसकी 13 मई तक पुलिस हिरासत मिल गई. पुलिस जिन खातों में रुपए 'ट्रांसर्फर' किए गए है. उनकी जानकारी इकट्ठा कर रही है. इस प्रकरण में ठगी की बड़ी गैंग लिप्त होने का संदेह है. देव के हाथ लगने के बाद ही सच्चाई सामने आ सकती है. पुलिस उसकी खोज कर रही है.