असम में जहीरीली शराब बेचने वाली महिला समेत 13 लोगों की मौत
By नियति शर्मा | Published: February 22, 2019 02:34 PM2019-02-22T14:34:43+5:302019-02-22T14:40:55+5:30
इन मृतकों में ध्रुपदी ओरन नाम की महिला भी शामिल है, जिसके घर से सभी हलमीरा के चाय बागान कर्मियों ने अवैध शराब खरीदी थी। महिला का भाई संजू भी मृतकों में शामिल है।
असम के गोलाघाट जिले में गुरुवार शाम (21 फरवरी) को जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई, जिसमें आठ महिलायें भी शामिल हैं। आधिकारिक तौर पर इस घटना की पुष्टि शुक्रवार को की गई। पुलिस उप-अधीक्षक पर्थ प्रोतिम सैकिया ने बताया कि यह घटना हलमीरा के चाय बागानों की है, जो जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर है। पुलिस उप-अधीक्षक ने कहा कि "अभी तक कुल 14 लोगों की मौत की खबर आई है।"
इन मृतकों में ध्रुपदी ओरन नाम की महिला भी शामिल है, जिसके घर से सभी हलमीरा के चाय बागान कर्मियों ने अवैध शराब खरीदी थी। महिला का भाई संजू भी मृतकों में शामिल है।
पुलिस उप-अधीक्षक ने बताया कि सुलाई (स्थानीय शराब) संजू जरीकेन में भर कर लाया था। पुलिस ने कहा कि हमने शराब का नमूना फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है और आशंका जताई कि जिस जरीकेन में शराब लाई गई थी उसमें जहरीला पदार्थ हो सकता है। पुलिस उप-अधीक्षक ने दावा किया की यह शराब चाय बागानों में नहीं बनती है, यकीनन ये बाहर से लाई गई है।
अतिरिक्त उप-अधीक्षक ध्रुबा बोरा के मुताबिक, "देखने में ये मामला जहरीली शराब का ही लग रहा है, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मृतकों में वह महिला भी शामिल है, जिसके घर से सभी ने शराब खरीदी थी।"
गोलाघाट के ज्वाइंट डायरेक्टर रतुल बोर्दोलोई ने बताया कि हलमीरा सिविल हॉस्पिटल में भर्ती लोगों में से 10 को जोरहट मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जबकि चार लोग अभी भी सिविल हॉस्पिटल गोलाघाट में एडमिट हैं।"
बता दें कि हाल में नकली शराब की खरीद और ब्रिकी ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत बढ़ गई है। अवैध शराब बनाने वाले टैक्स से बचने के लिए अक्सर रात में यह व्यवसाय करते हैं। सबसे ज्यादा खतरा शराब में इथनॉल के मिलने से होता है। शराब में नशे को बढ़ाने के लिए अक्सर इथनॉल का अधिक प्रयोग किया जाता है, जो जानलेवा हो सकता है।