देहरादून में 12 साल के बच्चे की हत्या, स्कूल प्रबंधन ने बिना पुलिस को बताये कैंपस में दफनाया शव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 28, 2019 03:19 PM2019-03-28T15:19:54+5:302019-03-28T15:19:54+5:30
रिपोर्ट्स के अनुसार बच्चे की मौत की जानकारी मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन ने आनन-फानन में स्कूल कैंपस में ही बच्चे की लाश को दफन कर दिया गया।
देहरादून में एक बोर्डिंग स्कूल में गैंगरेप के एक मामले के कुछ महीने अब क्षेत्र से एक और दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां के एक स्कूल में 12 साल के लड़के वासु यादव यादव की उसी के सीनियर्स ने बैट और विकेट से मारमारकर हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक इस मामले को स्कूल के मेनेजमेंट वालो ने दबाने की कोशिश की थी। इस स्कूल में 400 बच्चे पढ़ते हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार बच्चे की मौत की जानकारी मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन ने आनन-फानन में स्कूल कैंपस में ही बच्चे की लाश को दफन कर दिया गया। यही नहीं, इसी स्कूल के दो सीनियर लड़कों ने जब एक क्लासरूम में वासु की बेरहमी से पिटाई की तो उसे अस्पताल ले जाने में भी स्कूल प्रबंधन की ओर से देरी की गई।
मिली जानकारी के अनुसार जिन्होंने वासु की पिटाई की वे इसी स्कूल में 12वीं में पढ़ते हैं। इन लड़को की उम्र 19 साल की हैं। इन लड़कों ने एक बिस्किट चुराने की बात कहते हुए न केवल वासु को बहुत बुरी तरह से मारा और टॉर्चर किया बल्कि उसे पूरी तरह से उसे ठंडे पानी से भिगो दिया।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक देहरादून के एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि इस पूरे हादसे में स्कूल ने कई जगहों पर लापरवाही बरती। पुलिस के अनुसार, 'न केवल बच्चे को अस्पताल ले जाने में देरी की गई बल्कि स्कूल के कर्मचारियों ने भी पूरे मामले को छिपाने की कोशिश की और पुलिस को नहीं बताया। उसे दोपहर में पीटा गया और अस्पताल शाम में पहुंचाया गया।'
वहीं, उत्तारखंड के बाल अधिकार और संरक्षण परिषद उषा नेगी ने कहा, 'स्कूल के प्रबंधन ने पूरे मामला को छिपाने की कोशिश की है। उषा ने कहा कि यह हादसा 10 मार्च को हुआ था जबकि इसकी जानकारी हमें 11 मार्च को दी गई तो हम स्कूल गये। इसके बाद हमें पता चला कि वासु की लाश को बिना पोस्टमार्टम किये दफनाया गया था। इसके बाद हमने इस मामले हस्तक्षेप किया और पुलिस को सूचना दी औ इसके बाद पोस्टमार्ट हुआ।'
उषा नेगी ने यह भी कहा कि स्कूल वालों ने वासु के माता-पिता तक को इस हत्या की खबर नहीं दी थी जो हापुड़ में रहते है। फिलाहल अपराझ में शामिल दोनों लड़को के खिलाफ आईपीसी सेक्शन 302 (मर्डर) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। साथ ही होस्टल मेनेजर, वार्डन, स्पोर्टस टीचर के खिलाफ भी सेक्शन 201 (अपराध का सबूत छिपाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।