टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने आईसीसी वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों भारत की हार के बाद टीम मैनजमेंट की कड़ी आलोचना की है।
सेमीफाइनल में 240 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टॉप ऑर्डर ढह गया था और रवींद्र जडेजा और एमएस धोनी के अर्धशतकों के बावजूद भारतीय टीम लक्ष्य से 18 रन दूर रह गई थी।
युवराज ने भारतीय टीम द्वारा बैटिंग में नंबर 4 को हैंडल करने की आलोचना की और वर्ल्ड कप टीम में न चुने जाने पर हाल ही में संन्यास लेने वाले अंबाती रायुडू के बारे में भी अपनी राय रखी।
युवराज ने की भारतीय टीम मैनेजमेंट की आलोचना
युवराज ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, 'टीम मैनेजमेंट को किसी को संवारना चाहिए था। अगर कोई नंबर 4 पर असफल हो रहा था तो टीम मैनेजमेंट को उस खिलाड़ी को बता देना चाहिए था कि वह वर्ल्ड कप खेलने जा रहा है। जैसा कि हमने 2003 वर्ल्ड कप में किया था, हम न्यूजीलैंड में टूर्नामेंट खेल रहे थे, हर कोई असफल हो रहा था। लेकिन वर्ल्ड कप में वही टीम खेली।'
युवराज ने कहा, 'रायुडू के साथ उन्होंने जो किया वह देखना निराशाजनक था। वह वर्ल्ड कप में शामिल होने के दावेदारों में थे। उन्होंने न्यूजीलैंड में रन बनाए लेकिन तीन या चार पारियों में खराब प्रदर्शन के बाद, उन्हें ड्रॉप कर दिया गया।'
युवी ने कहा, 'और फिर ऋषभ (पंत) आए और फिर उन्हें बाहर कर दिया गया। अगर वनडे क्रिकेट में नंबर 4 महत्वपूर्ण स्थान है, अगर आप चाहते हैं कि कोई उस स्थान पर अच्छा करे, तो आपको उसका समर्थन करना होगा। अगर कोई हर समय अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता है, तो आप किसी को बाहर नहीं कर सकते हैं।'
सेमीफाइनल में मैट हेनरी और ट्रेंट बोल्ट की घातक गेंदबाजी के आगे भारतीय टॉप ऑर्डर के बिखरने के बाद धोनी और जडेजा की साझेदारी तक भारतीय मिडिल ऑर्डर को मजबूती देने वाला कोई नहीं था। धोनी और जडेजा ने सातवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी करते हुए भारत को जीत के करीब पहुंचा दिया था, लेकिन भारतीय टीम 18 रन से लक्ष्य से दूर रह गई और लगातार दूसरे वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में हार गई।