टीम इंडिया के फील्डिंग कोच ने ऋषभ पंत को दी सलाह, कहा- अपने क्षेत्ररक्षण में करना होगा सुधार

श्रीधर ने स्वीकार किया कि जहां तक आउटफील्ड में क्षेत्ररक्षण का संबंध है तो पंत को अभी काफी प्रगति करनी है।

By भाषा | Published: July 3, 2019 08:06 PM2019-07-03T20:06:55+5:302019-07-03T20:06:55+5:30

World Cup 2019: India fielding coach R Sridhar not happy with Rishabh Pant's outfielding, throwing technique | टीम इंडिया के फील्डिंग कोच ने ऋषभ पंत को दी सलाह, कहा- अपने क्षेत्ररक्षण में करना होगा सुधार

टीम इंडिया के फील्डिंग कोच ने ऋषभ पंत को दी सलाह, कहा- अपने क्षेत्ररक्षण में करना होगा सुधार

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Highlightsभारत के क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर ने कहा कि ऋषभ को ‘थ्रोइंग तकनीक’ में सुधार करना होगा।श्रीधर के अनुसाल ऋषभ पंत को आउटफील्ड में भी फुर्तीला होने की जरूरत है।

बर्मिंघम, तीन जुलाई। भारत के क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर ने बांग्लादेश के खिलाफ विश्व मैच के दौरान ऋषभ पंत की कुछ चूक के बाद कहा कि इस युवा क्रिकेटर को अपनी ‘थ्रोइंग तकनीक’ में सुधार के साथ आउटफील्ड में भी फुर्तीला होने की जरूरत है। श्रीधर ने स्वीकार किया कि जहां तक आउटफील्ड में क्षेत्ररक्षण का संबंध है तो पंत को अभी काफी प्रगति करनी है। भारत ने मंगलवार को बांग्लादेश पर 28 रन की जीत के बाद सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

इसके बाद श्रीधर ने कहा, ‘‘पंत को अभी काफी काम करना है। पहले तो उसे थ्रो की तकनीक में सुधार करने की जरूरत है और साथ ही उसे आउटफील्ड में भी ज्यादा फुर्तीला होने की आवश्यकता है।’’ कप्तान विराट कोहली और सीनियर खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने डीप में पंत के कुछ विशेष क्षेत्ररक्षण स्थान चुने है।

पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेट श्रीधर ने कहा, ‘‘हमें क्षेत्ररक्षण में उसे उचित स्थान पर इस्तेमाल करना पड़ेगा, इसलिए विराट और एमएस ने उसे सही समय पर सही स्थान पर रखा। इंग्लैंड के खिलाफ पिछले मैच में उसने कम से कम पांच रन बचाये थे जो काफी फायदेमंद था। उसने एक कैच भी लिया था।’’

श्रीधर के अनुसार अनुभवी दिनेश कार्तिक इस युवा क्रिकेटर की तुलना में कहीं ज्यादा बेहतर क्षेत्ररक्षक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से दिनेश विकेटकीपर होने के नाते कहीं बेहतर क्षेत्ररक्षक हैं। वह बैकवर्ड प्वाइंट पर कुछ बेहतरीन बचाव करता है। ऋषभ अभी सीख रहा है और उसे इसमें सुधार करने की जरूरत है। इसलिये हम क्षेत्ररक्षकों को एक ही स्थान पर लगाते रहते हैं ताकि उन्हें इसके बारे में पता चल जाए।’’

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