Highlightsवह हावी होकर खेलते थे, सहवाग किसी गेंदबाज से नहीं डरे: लतीफमुझे सहवाग के बारे में बताने के लिए आंकड़ों की जरूरत नहीं है: राशिद लतीफ
भले ही विराट कोहली को सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड तोड़ने के मामले में सबसे आगे माना जा रहा हो, युवा पृथ्वी शॉ को 'अगला सचिन' कहा जा रहा हो लेकिन एक और भारतीय बल्लेबाज ऐसा था, जिसकी न केवल सचिन से तुलना हुई बल्कि उनके करियर के शुरुआती दिनों में उनकी बैटिंग को देखकर अक्सर लोगों को सचिन के खेलने का भ्रम भी होता था।
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर राशिद लतीफ ने कहा कि भारत और श्रीलंका के एक वनडे मैच के दौरान उन्होंने गलती से सहवाग को सचिन समझ लिया था। इस पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज ने कहा कि वह टीवी पर मैच देख रहे थे और सहवाग के ढंग, उनकी बल्लेबाजी शैली, उनके पैड, सभी ने उन्हें सचिन की याद दिलाई, जो उस मैच में खेल भी नहीं रहे थे।
राशिद लतीफ ने कहा, सहवाग को पहली बार खेलते देख चौंक गए थे
लतीफ ने अपने यूट्यूब शो कॉट बिहाइंड में कहा, 'मुझे भारत-श्रीलंका का एक मैच याद है, सचिन उसमें नहीं खेल रहे थे और मैं इसे टीवी पर देख रहा था और मैंने सोचा, 'सचिन की तरह ये कौन बैटिंग कर रहा है?' उस समय सहवाग बैटिंग कर रहे थे जोकि सचिन की तरह बैटिंग कर रहे थे। एक जैसे पैड, एक सा हेलमेट। वह शायद सचिन से थोड़े ज्यादा भारी थे।'
पाकिस्तान के लिए 37 टेस्ट और 166 वनडे खेलने वाले लतीफ ने कहा कि सहवाग उनके द्वारा देखे गए भारतीय बल्लेबाजों में शायद सबसे प्रभावशाली थे।
लतीफ ने कहा, 'मुझे उनके बारे में बताने के लिए आंकड़ों की जरूरत नहीं है। वह इतने प्रभावशाली खिलाड़ी थे, एकदम मैच विजेता।'
सहवाग ने भारत के लिए अपना वनडे डेब्यू 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज के रूप में किया था। उन्हें केवल एक मैच के बाद बाहर कर दिया गया था और उन्होंने अगले साल वनडे में जोरदार वापसी की थी। लेकिन सहवाग को असली शोहरत तब मिली जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में ब्लोमफोंटेन की उछाल लेती विकेट पर शानदार शतक ठोका।
सहवाग के दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों ग्लेन मैक्ग्रा, ब्रेट ली, वसीम अकरम और शोएब अख्तर के सामने निर्भीक रवैये की लतीफ ने तारीफ की।
लतीफ ने कहा, 'वह हावी होकर खेलते थे। हमें उन सलामी बल्लेबाजों की आदत है जो शुरुआत में थोड़ा चौकस रहते हैं, पिच को देखते हैं, गेंदबाज कौन है, क्या ये मैक्गा, ली, वसीम अकरम या शोएब अख्तर हैं। लेकिन सहवाग किसी ने नहीं डरे। वह एक प्रभावशाली खिलाड़ी थे, उनका अपनी टीम और खिलाड़ियों पर काफी प्रभाव था और उनके जैसा खिलाड़ी विश्व क्रिकेट में सफल हुआ।