वेस्टइंडीज ने एंटिगा में खेले गये दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 10 विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है। वेस्टइंडीज के सामने दूसरी पारी में तीसरे दिन जीत के लिए केवल 14 रनों का लक्ष्य था और मेजबान ने इसे आसानी से बिना कोई विकेट गंवाये 17 रन बनाते हुए हासिल कर लिया। जॉन कैम्पबेल ने छक्का लगाकर वेस्टइंडीज को जीत दिलाई।
वेस्टइंडीज ने पहली पारी में 306 रन बनाते हुए इंग्लैंड पर 119 रनों की बढ़त हासिल की थी। इसके बाद इंग्लिश टीम दूसरी पारी में 132 रनों पर सिमट गई और वेस्टइंडीज को आसान लक्ष्य मिला। इंग्लैंड को दूसरी पारी में सस्ते में समेटने में केमार रोच और जेसन होल्डर की भूमिका अहम रही। दोनों ने 4-4 विकेट झटके। अल्जारी जोसेफ को 2 विकेट मिले।
2009 के बाद पहली बार इंग्लैंड पर सीरीज जीत
वेस्टइंडीज ने दूसरा टेस्ट जीतने के साथ ही सीरीज भी अपने नाम कर ली है। वेस्टइंडीज ने बारबाडोस में खेला गया पहला टेस्ट 381 रनों से अपने नाम किया था। इस तरह कैरेबियाई टीम 2009 के बाद पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ कोई टेस्ट सीरीज जीतने में सफल हुई है। साथ ही 2012 के पहली बार वेस्टइंडीज ने बांग्लादेश और जिम्बाब्वे को छोड़ किसी दूसरी टीम के खिलाफ अपने घर में कोई टेस्ट सीरीज अपने नाम किया है।
इस मैच में इंग्लैंड की बल्लेबाजी निराशाजनक रही। हालांकि, एक दिलचस्प रिक़र्ड डेरेन ब्रावो ने भी अपने नाम किया। उन्होंने 216 गेंदों पर 50 रनों की पारी खेली और वेस्टइंडीज की ओर से गेंद के मामले में सबसे धीमा अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गये। ब्रावो ने 215 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। यही नहीं, मिनट के मामले में वे टेस्ट इतिहास में तीसरे सबसे धीमे अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज भी बने। ब्रावो ने अपनी फिफ्टी पूरी करने के लिए 340 मिनट का समय लिया।
कैरेबियाई तेज गेंदबाज केमार रोच मैन ऑफ द मैच चुने गये जिन्होंने इस मैच में 82 रन देकर कुल 8 विकेट झटके। रोच ने इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान भी 30 रन देकर चार विकेट अपने नाम किये थे।
मैच के बाद विंडीज कप्तान जेसन होल्डर ने इस जीत को टीम के गेंदबाज अल्जारी जोसेफ की मां को समर्पित किया जिनके निधन की सूचना तीसरे दिन का खेल शुरू होने से ठीक पहले आई। हालांकि, इस सूचना के बावजूद जोसेफ ने टीम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई और बल्लेबाजी करने उतरे।
सीरीज का तीसरा और आखिरी टेस्ट सेंट लुसिया में 9 फरवरी से खेला जाना है। इसके बाद दोनों टीमों के बीच पांच वनडे और फिर तीन टी20 मैचों की सीरीज भी खेली जानी है।