टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने हाल ही में साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक बड़ी उपलब्धि हासिल की थी। धोनी विकेट के पीछे 400 शिकार करने वाले दुनिया के चौथे विकेटकीपर बने थे।
भारतीय टीम के फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने अपनी फूर्ती के लिए मशहूर धोनी की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि धोनी की विकेटकीपिंग शैली कभी भी विशुद्ध रूप से पारंपरिक नहीं रही है लेकिन इसने उनके पक्ष में काम किया है। धोनी कीपिंग प्रैक्टिस सेशन में ज्यादा भाग नहीं लेते लेकिन करीबी स्टंपिंग और रनआउट करने में उन्हें महारथ हासिल है।
आर श्रीधर ने कहा कि धोनी के हाथ कमाल के है और स्टंपिंग के लिए उनके हाथ बिजली से भी तेज चलते हैं। उनकी अपनी शैली है और उसमें वो काफी सफल हैं। मेरा मानना है कि उनकी विकेटकीपिंग शैली पर शोध कर सकते हैं और मैं इसे 'द माही वे' नाम देना चाहूंगा।
उन्होंने कहा कि धोनी की शैली से कई चीजें सीखी जा सकती हैं, इतनी सारी चीजें जिसके बारे में युवा विकेटकीपर सोच भी नहीं सकते। वह अपने तरीके के अनूठे खिलाड़ी हैं जैसा क्रिकेटरों को होना चाहिए।
बता दें कि धोनी ने अपने वनडे करियर में खेले 316 मैचों में विकेट के पीछे 401 शिकार किए हैं, जिनमें 295 कैच और 106 स्टंपिंग की है। विकेट के पीछे ज्यादा शिकार करने के मामले में दुनिया के सिर्फ तीन क्रिकेटर धोनी से आगे हैं। इसमें श्रीलंका के कुमार संगकारा (482), ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट (472) और साउथ अफ्रीका के मार्क बाउचर (424) हैं।