सौरव गांगुली का खुलासा, साल 2001 में वीवीएस लक्ष्मण ने बचाया था उनका करियर

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को भले ही सफलतम कप्तानों में से एक हैं, लेकिन एक समय ऐसा था जब उनका क्रिकेट करियर खतरे में आ गया था।

By सुमित राय | Published: December 13, 2018 09:03 AM2018-12-13T09:03:24+5:302018-12-13T09:03:24+5:30

VVS Laxman's 281 runs inning saved my Career, says Sourav Ganguly | सौरव गांगुली का खुलासा, साल 2001 में वीवीएस लक्ष्मण ने बचाया था उनका करियर

सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण

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टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को भले ही सफलतम कप्तानों में से एक हैं, लेकिन एक समय ऐसा था जब उनका क्रिकेट करियर खतरे में आ गया था और उसे बचाने में वीवीएस लक्ष्मण ने अहम भूमिका निभाई थी। इस बात का खुलासा खुद सौरव गांगुली ने किया है।

कोलकाता में लक्ष्णन की आत्मकथा '281 एंड बियॉन्ड्स' के विमोचन के दौरान सौरव गांगुली ने कहा कि 2001 में ईडन गार्डन्स में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई वीवीएस लक्ष्मण की 281 रन की पारी ने उनके करियर को बचा लिया।

गांगुली ने किताब के विमोचन के दौरान कहा कि इस किताब का शीर्षक सही नहीं है। यह '281 एंड बियॉन्ड्स एंड सेव्ड गांगुली करियर' होना चाहिए। लक्ष्मण की दूसरी पारी में खेली गई उस पारी ने न सिर्फ देश को बचाया, बल्कि एक कप्तान के रूप में भी काफी मदद की।

सौरव गांगुली ने कहा कि यदि उस मैच में लक्ष्मण ने 281 रनों की पारी नहीं खेली होती तो हम मैच हार जाते। लक्ष्मण की उस पारी ने मैच और मेरे करियर दोनों को बचा लिया।

अपनी आत्मकथा के विमोचन पर लक्ष्मण ने कहा ईडन गार्डन्स में उस जीत ने न केवल भारतीय क्रिकेट की मदद की, बल्कि हमें जीवन के सबक भी सिखाए। हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए। हमेशा हर समस्या का हल ढूंढने का प्रयास करना चाहिए।

लक्ष्मण ने कहा कि 2003 के विश्व कप टीम में नहीं चुने जाने के बाद क्रिकेट को छोड़ने का मन बना लिया था। उन्होंने कहा, 'यह मेरे करियर का सबसे खराब समय था। मैं उस समय भारत-ए टीम के साथ था। मैं भारत-ए दौरे के लिए नहीं जाना चाहता था, लेकिन मेरे पिता ने मुझे ऐसा करने को कहा। बाद में, मैं समय बिताने के लिए अमेरिका चला गया और मुझे लगा कि मैं दोबारा नहीं खेल पाऊंगा।'

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