Highlightsविराट कोहली ने सचिन तेंदुलकर को दे दिया था अपना सबसे कीमती गिफ्टकोहली ने कहा कि उन्होंने ऐसा सचिन के विदाई मैच के आखिरी दिन किया थासचिन ने 24 साल लंबे इंटरनेशनल क्रिकेट के बाद नवंबर 2013 में लिया था संन्यास
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने खुलासा किया है कि उन्होंने सचिन तेंदुलकर को अपने पिता द्वारा दिया गया सबसे कीमती तोहफा दिया था। सचिन ने अपना आखइरी टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ नवंबर 2013 में खेला था।
उस समय भारतीय टीम के युवा खिलाड़ी रहे कोहली ने कहा कि वह लम्हा उनके और पूरी टीम के लिए बेहद भावुक करने वाला था क्योंकि लगभग 25 साल तक देश की सेवा करने के बाद बैटिंग लेजेंड अब फिर कभी भारत के लिए नहीं खेलेंगे।
कोहली ने सचिन को गिफ्ट किया था अपने पिता का तोहफा
क्रिकेट इतिहास के महानतम बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर लाखों युवाओं की प्रेरणा रहे हैं और वह विराट कोहली के भी आदर्श हैं और उनके जीवन पर सचिन का काफी प्रभाव है।
इसलिए कोहली ने सचिन के संन्यास के आखिरी दिन उन्हें अपने जीवन का सबसे कीमती तोहफा दिया था। कोहली ने ग्राहम बेनसिंगर के वेब स्पोर्ट्स सीरीज के लिए दिए इंटरव्यू में उस गिफ्ट का खुलासा किया है।
कोहली ने कहा कि एक बार उनके पिता ने उन्हें एक पवित्र धागा दिया था, जिसे वह हमेशा अपने पास रखते थे। सचिन के विदाई के दिन कोहली ने उस धागे को क्रिकेट के भगवान को दिया था, क्योंकि उनके पास ये सबसे कीमती गिफ्ट था।
कोहली ने बताया, सचिन को क्यों गिफ्ट किया अपना सबसे कीमती तोहफा
कोहली ने बताया कि उन्होंने अपने पिता द्वारा दिया गया वह पवित्र धागा सचिन को गिफ्ट किया और युवाओं को प्रेरित करने के लिए उनका धन्यवाद किया।
कोहली ने कहा, 'मेरे पास जो सबसे विशेष चीज है, वह है धागा। भारत में आमतौर पर हम कलाई पर धागा (कलावा) पहनते हैं। तो मेरे पिता ने एक मुझे दिया था, जो वह पहना करते थे, मेरे पास रखने के लिए। इसलिए मैं इसे अपने बैग में रखा करता था और मुझे लगा कि ये मेरे पास सबसे कीमती सामान है, मेरे पिता ने मुझे दिया था और मुझे लगता है कि मैं इससे कीमती आपको कुछ नहीं दे सकता और मैं आपको बताना चाहता हूं कि आपने मुझे कितना प्रेरित किया है और आप मेरे लिए कितना मायने रखते हैं। ये मेरा छोटा सा तोहफा है।'
सचिन को अपना प्रेरणास्रोत बनने के लिए कहा था शुक्रिया: कोहली
कोहली ने कहा, 'शायद वह समझ गए थे कि उन्होंने देश में उभरते हुए युवा क्रिकेटरों के लिए क्या किया है, और मेरे ख्याल से ये पवित्र (प्रतिक्रिया) थी। अगर कल कोई मेरे पास आए और कहे कि मैंने उसके जीवन पर प्रभाव डाला है तो मैं निश्चित तौर पर बहुत भावुक हो जाऊंगा। मैं जानता हूं कि मैं कहां से आता हूं और वह भी अपनी पूरी जिंदगी की कहानी और अपना यात्रा के बारे में जानते हैं।'
कोहली ने कहा, 'हम जानते थे कि ये उनकी विदाई सीरीज है। लेकिन जब हम मुंबई पहुंचे, सीरीज का आखिरी टेस्ट, उस मैच का आखिरी दिन, ये बात हर किसी को परेशान कर रही थी कि सचिन तेंदुलकर भारत के लिए फिर कभी नहीं खेलेंगे। कल्पना कीजिए 25 साल तक भारतीय क्रिकेट टीम में एक नाम लगातार लिया गया और अब वह नहीं दिखेगा। हम सभी को खोखला और खालीपन महसूस हुआ क्योंकि टीम में ऐसा कोई नहीं था जो उनसे सलाह न लेता हो।'