एडुल्जी और विनोद राय के बीच 'जंग' पर दिलीप वेंगसरकर का तंज, 'सीओए अब हंसी के पात्र'

लीक मेल से खुलासा हुआ कि विराट कोहली के लगातार दबाव बनाने के कारण अनिल कुंबले को हटाकर रवि शास्त्री को कोच बनाया गया था।

By विनीत कुमार | Published: December 13, 2018 02:20 PM2018-12-13T14:20:44+5:302018-12-13T14:37:01+5:30

vinod rai and diana Edulji controversy dilip Vengsarkar says coa has become a laughing stock | एडुल्जी और विनोद राय के बीच 'जंग' पर दिलीप वेंगसरकर का तंज, 'सीओए अब हंसी के पात्र'

विनोद राय (फाइल फोटो)

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Highlightsडायाना एडुल्जी और विनोद राय के बीच मेल के लीक से शुरू हुआ विवादमेल से हुआ खुलासा, विराट कोहली के दबाव के कारण कुंबले को कोच पद से हटाया गयामहिला टीम के कोच की नियुक्ति को लेकर सीओए के सदस्यों के बीच 'जंग'

बीसीसीआई की प्रशासकीय समिति (सीओए) के सदस्यों विनोद राय और डायना एडुल्जी के एक-दूसरे के खिलाफ होने और महिला टीम के कोच की नियुक्ति को लेकर मंगलवार को दोनों के ई-मेल के लीक होने के बाद भारतीय क्रिकट प्रशासन एक बार फिर विवादों में आ गया है। सीओए की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई में प्रशासनिक सुधार को लेकर की थी। 

हालांकि, पिछले कुछ महीनों में ये लगाकार सीओए के फैसले और काम लगातार विवादों में रहे हैं। इस पूरे मसले पर भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी दिलीप वेंगसरकर ने सीओए की कड़ी आलोचना करते हुए है कि ये अब हंसी के पात्र बन गये हैं। 

वेंगसरकर ने कहा, 'बीसीसआई में जो हो रहा है वह मेरे जैसे पूर्व क्रिकेटर्स के लिए चिंता की बात है। राष्ट्रीय टीम में जिस तरह से नियुक्ति और कोचों की बर्खास्तगी हो रही है उससे पता चलता है कि बोर्ड में प्रशासन पूरी तरह से गड़बड़ है और भारतीय क्रिकेट भी। जिस तरह से चीजों को हैंडल किया गया, उससे सीओए खुद हंसी का पात्र बन गया है।' 

कुछ दिन पहले सौरव गांगुली ने भी अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त की गई सीओए के काम करने को तरीकों को लेकर आलोचना की थी।

पूरा विवाद हाल में डायाना एडुल्जी के एक ई-मेल के लीक होने के बाद सुर्खियों में आया। इस मेल से यह खुलासा हुआ कि पिछले साल विराट कोहली के लगातार दबाव बनाने के कारण अनिल कुंबले को हटाकर रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच बनाया गया था। 

वेबसाइट क्रिकबज के अनुसार वेंगसरकर ने कहा, 'मैं सच में नहीं जानता कि क्या हो रहा है। क्या ये सीओए के अधिकार क्षेत्र में आता है कि वह कोच को बर्खास्त करे या नियुक्त करे? मुझे लगता है कि कोच को केवल इसलिए हटाना गलत है क्योंकि कप्तान उसके बारे में अलग राय रखता है और ऐसे ही किसी कोच की केवल इसलिए नियुक्ति गलत है क्योंकि कप्तान उसे चाहता है। यह मूल रूप से प्रशासनिक फैसला है। मैं नहीं समझ पा रहा कि इस पूरे मसले में खिलाड़ियों की भूमिका कैसे आ जाती है।'   

बता दें कि एडुल्जी ने मंगलवार को विनोद राय को लिखे मेल में कहा कि अगर कोच चयन में पुरूष टीम के कप्तान विराट कोहली की पसंद का ख्याल रखा जा सकता है तो सीओए प्रमुख विनोद राय को महिला टी20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर की पसंद का भी ख्याल रखना चाहिये जो रमेश पोवार को टीम का कोच बरकरार रखना चाहती हैं। 

साथ ही एडुल्जी ने लिखा, 'क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसीए) चाहती थी कि कुंबले टीम के कोच बने रहे लेकिन विराट ने उनकी बात नहीं मानी। ऐसे में महिला टीम की दोनों खिलाड़ियों के विचारों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिये।'

भारतीय महिला टीम इसी साल वर्ल्ड कप के दौरान तब विवादों में आयी जब टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में मिताली राज को टीम में जगह नहीं दी गयी और भारत यह मैच हार गया।

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