Highlightsकर्नाटक और तमिलनाडु की टीमें विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में भिड़ेंगीं।कर्नाटक और तमिलनाडु एक-दूसरे को पछाड़कर ट्रॉफी हासिल करना चाहेंगी।
बेंगलुरु, 24 अक्टूबर। कर्नाटक और तमिलनाडु की टीमें शुक्रवार से विजय हजारे ट्रॉफी के लिए फाइनल में एक दूसरे को पछाड़कर ट्रॉफी हासिल करना चाहेंगी, जिसमें सभी की निगाहें भारतीय खिलाड़ी मयंक अग्रवाल, रविचंद्रन अश्विन और केएल राहुल के प्रदर्शन पर लगी होंगी। कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच यह मैच शुक्रवार को सुबह 9 बजे से खेला जाएगा।
मनीष पाण्डेय की अगुआई वाली कर्नाटक ने नॉकआउट मैचों में शानदार जीत हासिल की, लेकिन लीग चरण में दबदबा बनाने वाली तमिलनाडु थोड़ी भाग्यशाली रही कि बारिश के नियम से उन्हें क्वार्टरफाइनल में पंजाब को पछाड़ने में मदद मिली जिसके बाद युवा एम शाहरूख खान ने उन्हें गुजरात के खिलाफ सेमीफाइनल में जीत दिलायी।
दोनों टीमें बराबरी की टक्कर देनी वाली हैं जिसमें मजबूत बल्लेबाजी लाइन अप मौजूद है और बेहतरीन गेंदबाज मौजूद हैं। हालांकि आर अश्विन की मौजूदगी से तमिलनाडु का आक्रमण और अनुभवी दिखता है जिसमें वैराइटी भी मौजूद है। शुक्रवार से शुरू होने वाले इस मुकाबले का नतीजा इस बात पर निर्भर करेगा कि किस टीम का गेंदबाजी आक्रमण प्रभावशाली रहता है क्योंकि दोनों टीमों की बल्लेबाजी में काफी गहराई है। घरेलू टीम में भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज राहुल (10 मैचों में 546 रन) ने क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन दिखाया।
उनके साथ उनके सलामी जोड़ीदार देवदत्त पडीक्कल (10 मैचों में 598 रन) ने भी अच्छी बल्लेबाजी की है। कप्तान मनीष पांडे भी अच्छी लय में हैं और उनकी तरह मयंक और टेस्ट टीम से बाहर चल रहे करूण नायर भी फाइनल में अपना दमखम दिखाना चाहेंगे। तमिलनाडु की बल्लेबाजी इकाई भी इतनी ही दमदार है जिसमें बाबा अपराजित (480 रन), अभिनव मुकुंद (440 रन) और स्टाइलिश मुरली विजय मौजूद हैं। कप्तान दिनेश कार्तिक ने कुछ बेहतरीन पारियों से फिनिशर की अच्छी भूमिका अदा की है और फाइनल में भी उनसे इसी जिम्मेदारी को निभाने की उम्मीद की जायेगी।
ऑल राउंडर विजय शंकर और युवा शाहरूख खान ने भी कुछ महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कर्नाटक की गेंदबाजी में कुछ नायक भी निकलकर आये जिसमें वी कौशिक शामिल है जिन्होंने छत्तीसगढ़ के खिलाफ सेमीफाइनल में चार विकेट झटके जबकि तेज गेंदबाजों में अनुभवी अभिमन्यु मिथुन और प्रसिद्ध कृष्णा तथा स्पिनर के गौतम, श्रेयस गोपाल और प्रवीण दुबे ने विकेट हासिल किये। मेजबान टीम के गेंदबाजों को तमिलनाडु के आत्मविश्वास से भरे बल्लेबाजों के सामने गेंदबाजी करनी होगी और उन्हें रोकना ही उनकी सफलता की कुंजी साबित होगा।
ऑफ स्पिनर आर अश्विन और लेग स्पिनर मुरूगन अश्विन इस बात से वाकिफ हैं कि चिन्नास्वामी स्टेडियम की छोटी बाउंड्री गेंदबाजों के लिये मुश्किलों भरी हो सकती है तथा उनके लिये राहुल, मयंक और अन्य बल्लेबाजों को रोकना बहुत कठिन होगा। तमिलनाडु के मध्यम गति के गेंदबाज टी नटराजन, एम मोहम्मद और के विग्नेश अहम होंगे क्योंकि शुरू में विकेट चटकाने से मैच पर काफी अंतर पड़ सकता है। तमिलनाडु की टीम का प्रदर्शन पिछले दो सत्र में काफी खराब रहा है जिससे यह फाइनल उनके लिये वापसी का मौका हो सकता है जबकि 2018-19 सत्र में इतना अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाली कर्नाटक भी खिताब जीतकर शुरूआत करना चाहेगी।