गांगुली के बाद अब तेंदुलकर-लक्ष्मण पर भी दर्ज हुआ हितों के टकराव के उल्लंघन का मामला

गांगुली के अलावा सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण भी सीएसी के सदस्य हैं। तेंदुलकर मुंबई इंडियंस, जबकि लक्ष्मण हैदराबाद के साथ जुड़े हुए हैं। ऐसे में अब गांगुली के बाद मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य संजीव गुप्ता ने तेंदुलकर और लक्ष्मण पर भी हितों के टकराव के उल्लंघन का मामला उठाया है।

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: April 20, 2019 06:16 PM2019-04-20T18:16:59+5:302019-04-20T18:16:59+5:30

Tendulkar, Laxman dragged into Conflict of Interest saga | गांगुली के बाद अब तेंदुलकर-लक्ष्मण पर भी दर्ज हुआ हितों के टकराव के उल्लंघन का मामला

गांगुली के बाद अब तेंदुलकर-लक्ष्मण पर भी दर्ज हुआ हितों के टकराव के उल्लंघन का मामला

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टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली आईपीएल-2019 में दिल्ली कैपिटल्स के सलाहकार हैं। गांगुली दिल्ली के हर मैच में नजर आ रहे हैं। वह क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य भी हैं, जिसके चलते गांगुली पर हितों के टकराव का उल्लंघन पाया गया है। 

बता दें कि गांगुली के अलावा सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण भी सीएसी के सदस्य हैं। तेंदुलकर मुंबई इंडियंस, जबकि लक्ष्मण हैदराबाद के साथ जुड़े हुए हैं। ऐसे में अब गांगुली के बाद मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य संजीव गुप्ता ने तेंदुलकर और लक्ष्मण पर भी हितों के टकराव के उल्लंघन का मामला उठाया है।

संजीव गुप्ता ने 17 अप्रैल को शिकायत दर्ज करते हुए बीसीसीआई के सभी नियमों के बारे में बताया, जिसमें उन्होंने कहा “सचिन तेंदुलकर पर हितों के टकराव का नियम 38 (बी) है जिसमें  कोई भी व्यक्ति जो किसी फ्रेंचाइजी के शासन, प्रबंधन या रोजगार में है। वो एक वक्त में एक से ज्यादा पद नहीं रख सकता है। लक्ष्मण ने ब्जाय नियम(4) (बी) जिसमें सीएसी सदस्य, जो (जे) किसी फ्रेंचाइजी के शासन, (डी) में टीवी कमेंटेटर में हैं।”

गांगुली मामले में लोकपाल ने कहा, दोनों पक्ष अब लिखित दलील देंगे: बीसीसीआई लोकपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) डीके जैन ने सौरव गांगुली के खिलाफ हितों के टकराव के मामले में पूर्व कप्तान और तीनों शिकायतकर्ताओं से लिखित दलील देने के लिए कहा है। बंगाल के तीन क्रिकेट प्रशंसकों भास्वती शांतुआ, अभिजीत मुखर्जी और रंजीत सील ने आरोप लगाया था कि गांगुली की बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) और आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के सलाहकार की भूमिका सीधे तौर पर हितों का टकराव का मामला है।

लोकपाल ने लगभग साढ़े तीन घंटे तक उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ एडवोकेट बिश्वनाथ चटर्जी और शिकायतकर्ता रंजीत सील के अलावा गांगुली की दलीलें भी सुनी। न्यायमूर्ति जैन ने बैठक के बाद कहा, ‘‘मैंने दोनों पक्षों और बीसीसीआई की दलीलों को सुना और जल्द ही अपना आदेश पारित करूंगा। हालांकि नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों के हिसाब से सुनवाई समाप्त हो गयी है, दोनों पक्ष अब अंतिम फैसला सुनाये जाने से पहले लिखित दलील दे सकते हैं। ’’ गांगुली ने बैठक परिसर से निकलने के बाद कहा कि बैठक अच्छी रही।

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