दानिश कनेरिया की आजीवन बैन हटाने की मांग, अब घरेलू क्रिकेट में आजमाना चाहते हैं हाथ

कनेरिया पाकिस्तान की तरफ से खेलने वाले केवल दूसरे हिंदू खिलाड़ी हैं। उनसे पहले उनके मामा अनिल दलपत ने भी पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था...

By भाषा | Published: June 15, 2020 11:15 AM2020-06-15T11:15:17+5:302020-06-15T11:15:17+5:30

'Suffered unimaginable, incomprehensible hardships': Danish Kaneria appeals PCB to lift life ban | दानिश कनेरिया की आजीवन बैन हटाने की मांग, अब घरेलू क्रिकेट में आजमाना चाहते हैं हाथ

दानिश कनेरिया की आजीवन बैन हटाने की मांग, अब घरेलू क्रिकेट में आजमाना चाहते हैं हाथ

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पूर्व पाकिस्तानी लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने अपने क्रिकेट बोर्ड से उन पर 2013 में स्पॉट फिक्सिंग के लिये लगाया गया आजीवन प्रतिबंध हटाने की अपील की है। पाकिस्तान की तरफ से 61 टेस्ट मैचों में 261 विकेट लेने वाले कनेरिया क्रिकेट में वापसी के लिये बेताब है और यहां तक कि वह घरेलू क्रिकेट में खेलने के लिये भी उत्सुक हैं।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष एहसान मनि को भेजे गये पत्र में 39 वर्षीय कनेरिया के कानूनी फर्म ने प्रतिबंध हटाने का आग्रह किया है जिससे यह क्रिकेटर खेल के जरिये अपनी आजीविका चला सके।

कनेरिया पर इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था। जब इसके खिलाफ उनकी अपील खारिज हो गयी तो पीसीबी ने भी उन पर प्रतिबंध लगा दिया था। कनेरिया पूर्व में भी कई अवसरों पर कह चुके हैं कि अगर मोहम्मद आमिर और सलमान बट जैसे खिलाड़ियों पर से प्रतिबंध हटाया जा सकता है तो फिर उन्हें अपनी आजीविका चलाने से वंचित करना अनुचित होगा।

इस लेग स्पिनर को 2009 में इंग्लिश काउंटी एसेक्स की तरफ से डरहम के खिलाफ खेले गये मैच में मर्विन वेस्टफील्ड के साथ स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था। वह लंबे समय से पीसीबी से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

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