श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच बुधवार से डरबन में शुरू हुए पहले टेस्ट में बिना एक भी रन बने ही कंफ्यूजन और विवाद पैदो हो गया। ये विवाद अंपायरों द्वारा श्रीलंकाई खिलाड़ियों को डीआरएस लेने से मना करने की वजह से हुआ, जिसकी वजह से मेहमान टीम दो विकेट हासिल करने से चूक गई।
हाशिम अमला के खिलाफ हुई एलबीडबल्यू की अपील पर अंपायर अलीम डार ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। दो गेंद बाद ही दूसरे ओवर में विश्वा फर्नांडो की गेंद पर डीन एल्गर विकेट के पीछे कैच आउट हो गए।
डरबन टेस्ट की शुरुआत में ही दो फैसलों को लेकर हुआ विवाद
श्रीलंका के नए कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने गेंदबाज फर्नांडो और विकेटकीपर निरोशन डिकवेला से पूछने के बाद अंपायर की तरफ रिव्यू लेने के लिए इशारा किया। लेकिन अंपायर ने उनसे कहा कि उन्होंने रिव्यू लेने में ज्यादा समय ले लिया है, इसलिए फैसला टीवी अंपायर इयान गोल्ड को नहीं भेजा गया।
अमला के निर्णय में रिप्ले में दिखा कि गेंद लाइन में पिच हुई थी और स्टंप को हिट करती, और अगर रिव्यू लिया गया होता तो असली फैसला बदल जाता। हालांकि ये फैसला श्रीलंका को भारी नहीं पड़ा क्योंकि अमला तीन रन बनाकर छठे ओवर में सुरंगा लकमल की गेंद पर दूसरी स्लिप में लपके गए।
लेकिन सवाल उठे अंपायर द्वारा डीन एल्गर के फैसले पर ज्यादा समय लेने का हवाला देते हुए श्रीलंकाई कप्तान को रिव्यू लेने से मना करने पर। लेकिन अंपायर के इस फैसले से आईसीसी के नियमों का ही उल्लंघन हो गया।
आईसीसी के नियम के मुताबिक, 'गेंद के डेड होने और रिव्यू के लिए निवेदन करने के बीच 15 सेकेंड से ज्यादा का समय अंतराल नहीं होना चाहिए।'
लंच इंटरवल के दौरान सुपरस्पोर्ट टेलिविजन पर एक कार्यक्रम में दिखाया गया कि अंपायर डार द्वारा रिव्यू के लिए करुणारत्ने की अपील ठुकराने और करुणारत्ने द्वारा रिव्यू के लिए कहने के बीच का समय अंतराल 12 सेकेंड ही था, जो कि नियमों के भीतर है।
इस नियम के मुताबिक गेंदबाजी छोर पर मौजूद अंपायर (इस मामले में डार), 'संबंधित खिलाड़ी को, रिव्यू के लिए निवेदन न करने की स्थिति में, दस सेकेंड के बाद एक रिमाइंडर देना होगा।' रिप्ले से ये स्पष्ट नहीं हो सका कि अलीम डार ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को वो संकेत भेजा था या नहीं।
इस मैच के पहले दिन दक्षिण अफ्रीकी टीम अपनी पहली पारी में 235 रन पर सिमट गई, जिसके जवाब में श्रीलंका ने पहले दिन 49/1 का स्कोर बनाया।