Jamia Protest: पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का छात्रों को सपोर्ट, कहा- बलपूर्वक उनकी आवाज कुचलकर हम भारत को महान नहीं बना पाएंगे

जामिया मिलिया इस्लामिया की लाइब्रेरी में आंसू गैस के इस्तेमाल और विश्वविद्यालय के अधिकारियों की स्वीकृति के बिना पुलिस के परिसर में घुसने की जांच को लेकर हजारों छात्र सड़कों पर उतर आए।

By भाषा | Published: December 16, 2019 06:08 PM2019-12-16T18:08:18+5:302019-12-16T18:09:04+5:30

Silencing voices with force will turn students against India: Akash Chopra | Jamia Protest: पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का छात्रों को सपोर्ट, कहा- बलपूर्वक उनकी आवाज कुचलकर हम भारत को महान नहीं बना पाएंगे

Jamia Protest: पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का छात्रों को सपोर्ट, कहा- बलपूर्वक उनकी आवाज कुचलकर हम भारत को महान नहीं बना पाएंगे

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क्रिकेटर से कमेंटेटर बने आकाश चोपड़ा ने सोमवार को कहा कि विवादास्पद संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में विभिन्न संस्थानों के छात्रों की पुलिस के साथ भिड़ंत की तस्वीरें बेहद तकलीफदेह हैं और विरोध की आवाज कुचलने से आंदोलनकारी भारत के खिलाफ हो जाएंगे। भारत की ओर से 10 टेस्ट खेलने वाले 42 साल के पूर्व बल्लेबाज चोपड़ा ने ट्विटर पर चिंता जताई।

चोपड़ा ने ट्वीट किया, ‘‘देश भर के शैक्षिक संस्थानों से आ रही तस्वीरें बेहद तकलीफदेह हैं। आंखों में आंसू हैं। वे हमारे में से एक हैं। ये बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। बलपूर्वक उनकी आवाज कुचलकर हम भारत को महान नहीं बना पाएंगे। आप सिर्फ उन्हें भारत के खिलाफ कर दोगे।’’

दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया पर पुलिस की कार्रवाई और संशोधित नागरिकता कानून को लेकर नाराजगी सोमवार को देश के कई शैक्षिक संस्थानों में दिखी और केरल से पश्चिम बंगाल तथा तेलंगाना से उत्तर प्रदेश तक विरोध प्रदर्शन हुए। जामिया मिलिया इस्लामिया की लाइब्रेरी में आंसू गैस के इस्तेमाल और विश्वविद्यालय के अधिकारियों की स्वीकृति के बिना पुलिस के परिसर में घुसने की जांच को लेकर हजारों छात्र सड़कों पर उतर आए। पूर्वोत्तर के कई राज्यों और पश्चिम बंगाल में इस कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इसमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के गैर-मुस्लिम धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है। 

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