वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शैनन ग्रैबियल को इंग्लैंड के खिलाफ सेंट लूसिया में खेले गए तीसरे टेस्ट में जो रूट के खिलाफ की गई उनकी होमोफोबिक टिप्पणी भारी पड़ी है। आईसीसी ने इस मामले पर सख्त कदम उठाते हुए शैनन ग्रैबियल पर आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट की धारा 2.13 के उल्लंघन की धाराएं लगाई हैं।
इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट के चौथे दिन वेस्टइंडीज को 232 रन से हरा दिया, हालांकि फिर भी तीन मैचों की सीरीज 2-1 से विंडीज टीम के नाम रही।
आईसीसी के मुताबिक, शैनन ग्रैबियल को आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट 2.13 के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। मैच अंपायरों द्वारा लगाए गए इन आरोपों की जांच अब मैच रेफरी जैफ क्रो करेंगे। जब तक कार्यवाही पूरी नहीं हो जाती आईसीसी इस पर टिप्पणी नहीं करेगी।'
ग्रैबिएल ने इंग्लैंड के कप्तान जो रूट पर किया था होमोफोबिक कमेंट
शैनन ग्रैबिएल ने सेंट लूसिया में खेले गए तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन सोमवार को जब इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और जो डेनली बैटिंग कर रहे थे तो उनका ध्यान भंग करने के लिए उनके खिलाफ स्लेजिंग की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्रैबिएल ने इंग्लैंड के कप्तान जो रूट के खिलाफ 'होमोफोबिक' (समलैंगिकता को गलत समझना) टिप्पणी की थी।
इसके जवाब में रूट ने ग्रैबियल से कहा था, 'इसे अपमान के तौर पर इस्तेमाल मत करो, गे होने में कुछ भी गलत नहीं है।' रूट की टिप्पणी स्टंप माइक पर रिकॉर्ड हो गई थी, जो बाद में वायरल हो गई।
हालांकि ग्रैबियल के शब्द माइक में रिकॉर्ड नहीं हुए लेकिन रूट की प्रतिक्रिया से लगता है कि उन्होंने उनके खिलाफ होमोफोबिक टिप्पणी की थी। ग्रैबियल को इस घटना के बाद फील्ड अंपायरों ने चेतावनी भी दी थी।
ग्रैबियल के खाते में पहले ही तीन डिमेरिट पॉइंट्स दर्ज हैं। अब अगर मैच रेफरी उन्हें इस मामले में भी दोषी पाते हैं तो उन्हें चार से सात और डिमेरिट पॉइंट्स मिल सकते हैं।
इससे उनके दो टेस्ट या चार वनडे/टी20 से बाहर होने का खतरा पैदा हो जाएगा। हर चार डिमेरिट अंक पाने पर एक टेस्ट या दो सीमित ओवरों के मैचों से निलंबित होना पड़ता है।