चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल 2019 के 18वें मैच में पंजाब के खिलाफ न्यूजीलैंड के 27 वर्षीय गेंदबाजी ऑलराउंडर स्कॉट कुग्गेलैन को पहली बार अपनी टीम में शामिल किया है। कुग्गेलैन को चोट की वजह से दो हफ्ते के लिए बाहर हुए स्टार ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो की जगह टीम में शामिल किया गया है।
कुग्गैलैन को चेन्नई ने चोट की वजह से पूरे सीजन से बाहर होने वाले दक्षिण अफ्रीका तेज गेंदबाज लुंगी एंगीडी की जगह साइन किया है। इस किवी खिलाड़ी के चेन्नई से जुड़ने के बाद से विवादों के सुर भी उठने लगे थे।
क्यों है स्कॉट कुग्गेलैन को लेकर विवाद
स्कॉट कुग्गेलैन न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर क्रिस कुग्गेलैन के बेटे हैं और इसी साल जनवरी में श्रीलंका के खिलाफ जनवरी में अपना टी20 डेब्यू किया है। वह इस साल भारत के न्यूजीलैंड दौरे के दौरान हुई टी20 सीरीज के दौरान भी टीम का का हिस्सा थे।
स्कॉट कुग्गेलैन पर रेप के आरोपी हे चुके हैं। इस खिलाड़ी के खिलाफ 2016 और 2017 में दो बार रेप के आरोपों को लेकर मुकदमा चल चुका है। कुग्गेलैन पर 2015 में हैमिल्टन स्थित एक अपार्टमेंट में एक महिला से रेप करने का आरोप लगा था, जिसे लेकर उन पर दो बार मुकदमा चल चुका है।
पहली जूरी ने उन्हें दोषी नहीं पाया जबकि दूसरी जूरी ने उन्हें बरी कर दिया। हालांकि उन्हें इन आरोपों से बरी कर दिया गया लेकिन इस मामले की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकीलों द्वारा पेश कई गई दलीलों और कोर्ट में दर्ज उनके बयानों को काफी असंवेदनशील अपमानजनक माना गया और उन्हें लेकर काफी बवाल भी मचा।
सुनवाई के दौरान कुग्गेलैन ने माना था कि महिला ने 'नो' कहा था
कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान कुग्गेलैन ने माना था कि महिला ने उसके साथ सेक्स के लिए सहमति नहीं दी थी और उसने उसके लगातार प्रयासों के दौरान दो बार 'नो' कहा था। कुग्गेलैन ने ये भी कहा था कि उन्होंने अगले दिन मैसेज भेजकर उस महिला से माफी भी मांगी थी।
इस सुनवाई से बरी होने के बावजूद कुग्गेलैन के मामले में ढुलमुल रवैया अपनाने के लिए न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड आलोचकों के निशाने पर रहा है। अब आईपीएल और चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम भी कुग्गेलैन को मौका देकर लोगों के निशाने पर आ गई है।
न्यूजीलैंड के लिए 2017 में अपना इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले कुग्गेलैन ने अब तक दो टेस्ट और चार टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं।